University's 3rd Convocation: एपेक्स यूनिवर्सिटी का तीसरा दीक्षांत समारोह - माननीय राज्यपाल ने टॉपर्स को स्वर्ण पदक से नवाज़ा

एपेक्स यूनिवर्सिटी का तीसरा दीक्षांत समारोह - माननीय राज्यपाल ने टॉपर्स को स्वर्ण पदक से नवाज़ा
इस अवसर पर 18 टॉपर्स को डॉ. सागरमल जूनीवाल मेमोरियल अवार्ड सहित गोल्ड मेडल और लगभग 1824 छात्र-छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में उपाधियां प्रदान की गईं।

जयपुर 28 मई 2025: अपेक्स यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और विशिष्ट अतिथि निरंजन पीठाधीश्वर श्रीश्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज तथा प्रो. अच्युत सामंत उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल ने की। इस अवसर पर 18 टॉपर्स को डॉ. सागरमल जूनीवाल मेमोरियल अवार्ड सहित गोल्ड मेडल और लगभग 1824 छात्र-छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में उपाधियां प्रदान की गईं।

इससे पूर्व अचरोल स्थित अपेक्स यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजित इस समारोह में दीक्षांत परेड प्रशासनिक भवन में दीक्षांत स्थल तक पहुंची। समारोह का प्रारंभ राष्ट्रगान एवं अपेक्स यूनिवर्सिटी के कुल गीत के साथ हुआ। यूनिवर्सिटी ने अपने तृतीय दीक्षांत समारोह में अपने स्नातकों को भारतीय वेशभूषा में सुसज्जित करके दीक्षांत समारोह को संपन्न कराया।

सभा को संबोधित करते हुए माननीय राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े ने भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों के महत्व पर जोर देते हुए कहा - “भारतीय संस्कृति की जड़ें बहुत गहरी हैं और उन्हें मिटाया नहीं जा सकता। नैतिक मूल्य हमारी पहचान की आधारशिला हैं और यह देखकर खुशी होती है कि एपेक्स यूनिवर्सिटी इस दिशा में काम कर रही है |”

अपने विशेष संबोधन में परम पूज्य स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने स्नातकों को सत्य, सेवा और निस्वार्थता से प्रेरित जीवन जीने के लिए प्रेरित किया - “डिग्री हासिल करना ही काफी नहीं है - सच्ची उपलब्धि उस ज्ञान को समाज और राष्ट्र की सेवा में इस्तेमाल करने में निहित है। जीवन में सेवा, समर्पण और सद्भाव के लिए जगह होनी चाहिए |”

इस भव्य दीक्षांत समारोह में वैदिक धर्म, वेद, पुराण, उपनिषद और योग के ज्ञाता और भारतीय संस्कृति, परंपराओं और वैदिक सनातन धर्म को आगे बढ़ाने में अपने असाधारण और अविस्मरणीय योगदान के लिए निरंजन पीठाधीश्वर श्रीश्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज एवं भारतीय शिक्षाविद्, समाजोद्यमी और राजनेता ओडिशा के प्रो अच्युत सामंत को समाज के प्रति उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि नैतिक मूल्य, भारतीय संस्कृति का प्रमुख आधार रहा है, मुझे प्रसन्नता है कि अपेक्स विश्विद्यालय इसी दिशा में काम कर रहा है। शिक्षा जीवन भर प्राप्त करनी चाहिए। यदि कोई आंखें ना होते हुए भी उच्चतम शिक्षा प्राप्त कर सकता है और सफलता अर्जित करता है तो हम और आप सदैव ही अपने जीवन को आगे ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर विश्वविद्यालय में एक ज्ञानशाला के साथ-साथ, एक व्यायाम शाला भी होनी चाहिए ताकि वैचारिक और बौद्धिक क्षमताओं के साथ-साथ शारीरिक क्षमता भी विकसित की जा सके। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की जड़े बहुत गहरी है और उसे मिटाना असंभव है। विशिष्ट अतिथि निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए धर्म, सच्चाई और सेवा भाव अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उपाधि प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि अपनी उपाधि को समाज और देश के लिए काम में लाना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। जीवन में सेवा समर्पण और सद्भाव का उचित स्थान होना चाहिए । यही जीवन के सर्वोच्च मूल्य हैं, डिलीट की उपाधि दिए जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे दी गई यह उपाधि संपूर्ण भारतीय संस्कृति और संतों को उपाधि है । उन्होंने नव स्नातकों से कहा कि जाति और परंपरा से ऊपर उठकर राष्ट्र की सेवा करें। मानव जन्म मौलिक विचार, सिद्धांत और आचरण को आत्मसात करने के लिए ही हुआ है। जीवन में मौलिकता का बहुत ही महत्व है। राष्ट्र सेवा सबसे बड़ी सेवा है, आज के दिन संकल्प ले की राष्ट्र पर्यावरण और सैद्धांतिक मूल्य की रक्षा करना और जातिगत भेद से ऊपर उठकर अपनापन बढाना ज़रूरी है।

प्रो अच्युत सामंत ने कहा कि अच्छा इंसान बनना सबसे बड़ा कार्य है। अच्छा इंसान बनकर हम कुछ भी कर सकते हैं, इंसानियत को अपने अंदर जीवित रखना बहुत जरूरी है। अपेक्स युनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ रवि जूनीवाल ने अपने दीक्षांत भाषण में डिग्री पाने वाले सभी प्रतिभाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह अंत नहीं है, यह एक नई यात्रा की शुरुआत है।ये वह द्वार हैं जहाँ से जीवन के असली प्रश्न, जिम्मेदारियाँ और अवसर प्रारंभ होते हैं। गरिमामय कार्यक्रम में संजय शिक्षा समिति के सचिव मनोज जुनीवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो सोमदेव शतांशु ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं रजिस्ट्रार डॉ पंकज कुमार शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार व्यक्त करते हुए, दीक्षांत समारोह के समापन की घोषणा की।

दीक्षांत समारोह में अपेक्स यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, एकेडमिक काउंसिल मेंबर्स सहित शहर के अनेक प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे। समारोह में आए मेहमानों के लिए यह दिन एक यादगार उत्सव बना ।

Created On :   2 Jun 2025 1:56 PM IST

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