पत्रकारिता विश्वविद्यालय में उन्मुखीकरण कार्यक्रम-2022 प्रारंभ, पत्रकारिता नकारात्मक भाव से नहीं सकारात्मक भाव से करें - कुलपति प्रो.केजी सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में उन्मुखीकरण कार्यक्रम-2022 प्रारंभ, पत्रकारिता नकारात्मक भाव से नहीं सकारात्मक भाव से करें - कुलपति प्रो.केजी सुरेश
मध्य प्रदेश पत्रकारिता विश्वविद्यालय में उन्मुखीकरण कार्यक्रम-2022 प्रारंभ, पत्रकारिता नकारात्मक भाव से नहीं सकारात्मक भाव से करें - कुलपति प्रो.केजी सुरेश

डिजिटल डेस्क, भोपाल। पत्रकारिता नकारात्मक भाव से नहीं सकारात्मक भाव से करें। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के उन्मुखीकरण कार्यक्रम 2022 के प्रथम दिवस प्रारंभिक सत्र में ये विचार विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने व्यक्त किए। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के प्रथम दिवस भारतीय पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास विषय पर पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विभिन्न आयाम विषय पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश राजपूत ने अपने विचार व्यक्त किए। 

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उन्मुखीकरण कार्यक्रम 2022 की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो.सुरेश ने विद्यार्थियों से कहा कि आपको इतिहास को याद रखते हुए सकारात्मक भाव के साथ पत्रकारिता करना है। उन्होंने कहा कि इतिहास हमारी बुनियाद है और यह हमारे लिए जरुरी है। प्रो. सुरेश ने कहा कि पत्रकारिता में बेजुबान की जुबान बनकर काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नई पीढ़ी के आप जैसे विद्यार्थी इस काम को बखूबी करेंगे। सत्र का संचालन डॉ. अरुण कुमार खोबरे ने किया।  

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द्वितीय सत्र में भारतीय पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास विषय पर पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि जो समाज के हित के लिए है, वही पत्रकारिता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता करते समय इसी बात का ध्यान, विद्यार्थियों को रखना है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता ग्लैमर का तड़का नहीं है बल्कि पत्रकारिता वास्तव में जनपक्ष है। श्रीधर ने विद्यार्थियों से कहा कि पत्रकारिता करते हुए कभी भी झूठ एवं असत्य न लिखें । उन्होंने कहा कि आप वह लिखें जो सौ फीसदी सच हो। सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो.केजी सुरेश ने की, वहीं सत्र संचालन पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया।  

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इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विभिन्न आयाम विषय पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश राजपूत ने कहा कि पत्रकारिता 10 से 5 की जॉब नहीं है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की जमीनी हकीकत बताते हुए कहा कि पर्दे के पीछे टेलीविजन पत्रकार और उनकी पूरी टीम बहुत मेहनत करती है, जो दर्शकों को नहीं पता होती है। अपनी पांच पुस्तकों में से रिपोर्टिंग पर लिखी पुस्तकों के कुछ उदाहरण भी उन्होंने विद्यार्थियों के बीच शेयर किए।  ब्रजेश ने कहा कि यदि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो विद्यार्थी अच्छा दिखने,अच्छा बोलने के साथ-साथ ज्ञान का स्तर भी बहुत बढ़ाएं। पुस्तकें पढ़ते रहने की सलाह के साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यदि वे टेलीविजन में एंकर रिपोर्टर बनना चाहते हैं तो आईने के सामने प्रैक्टिस भी किया करें।

सत्र की अध्यक्षता कम्प्यूटर अनुप्रयोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सीपी अग्रवाल ने किया, वहीं सत्र संचालन एसो.प्रोफेसर डॉ. संजीव गुप्ता ने किया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, समस्त विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं नवप्रवेशित विद्यार्थी उपस्थित हुए। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में द्वितीय दिवस में चार व्याख्यान होंगे, उन्मुखीकरण कार्यक्रम 2022 के द्वितीय दिवस 29 नवंबर को अनुराग उपाध्याय, संजय मिश्रा, राजीव अग्रवाल, पूजा वर्धन का व्याख्यान होगा।

Created On :   28 Nov 2022 2:16 PM GMT

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