परीक्षा पर चर्चा: पीएम मोदी ने छात्रों से कहा टेक्नोलॉजी को हावी न होने दें

परीक्षा पर चर्चा: पीएम मोदी ने छात्रों से कहा टेक्नोलॉजी को हावी न होने दें
हाईलाइट
  • टेक्नोलॉजी से दूर रहकर माता-पिता के साथ समय बिताएं- पीएम नरेंद्र मोदी
  • परीक्षा को कभी जिंदगी में बोझ नहीं बनने दे- पीएम मोदी
  • विफलताओं मे भी सफलता की शिक्षा पा सकते हैं- पीएम मोदी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने आज (सोमवार) छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की। इसमें छात्र, शिक्षक और अभिभावक ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से तालकटोरा स्टेडियम में शुरू हुआ। चर्चा में हिस्सा लेने के लिए 9वीं से 12वीं क्लास के छात्रों को निबंध प्रतियोगिता के जरिए चुना गया। जिसमें छात्रों ने अलग-अलग मुद्दों पर निबंध लिखे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विद्यार्थियों को चाहिए वे टेक्नोलॉजी को एक मित्र की तरह देखें, लेकिन उसे अपने जीवन पर हावी न होने दें। सोशल नेटवर्किंग को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मीडिया के माध्यम से सोशल नेटवर्किंग का बोलबाला है।

पीएम मोदी ने कहा कि विद्यार्थियों को चाहिए कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि प्रतिदिन कम से कम एक घंटा वे टेक्नोलॉजी से दूर रहें। उन्होंने इस मौके पर इकट्ठा हुए विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे घर में एक कमरा ऐसा रखें, जो पूरी तरह से प्रौद्योगिकी से दूर हो। प्रधानमंत्री मोदी ने दो विद्यार्थियों, सिक्किम से दीपेश राय और अंडमान एवं निकोबार की दिव्या द्वारा प्रौद्योगिकी के महत्व के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में ये बातें कही।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कही ये बड़ी बातें:

- पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ परीक्षा के अंक जिंदगी नहीं हैं। कोई एक परीक्षा पूरी जिंदगी नहीं है। ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। लेकिन यही सब कुछ है, ऐसा नहीं मानना चाहिए।

- माता-पिता से कहना चाहूंगा कि बच्चे बड़े हो गए हैं ये स्वीकार करें, लेकिन जब बच्चे 2-3 साल के थे। तब आपके अंदर उनको मदद करने की जो भावना थी उसे हमेशा जिंदा रखे। बच्चों को उनकी रुचि के सही रास्ते में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करना चाहिए। 

- पीएम मोदी ने कहा 2020 सिर्फ नया साल नहीं है, ये नया दशक भी है। ये दशक आपके लिए जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दशक में देश जो भी करेगा, उसमें 10वीं-12वीं के छात्रों का बहुत योगदान रहेगा। 

- उन्होंने कहा,"पिछली शताब्दी के आखरी कालखंड और इस शताब्दी के आरंभ कालखंड में विज्ञान और तकनीक ने जीवन को बदल दिया है। तकनीक का डर जीवन में नहीं आने देना चाहिए।" 

- पीएम ने कहा कि आज की पीढ़ी घर से ही गूगल से बात करके ये जान लेती है कि ट्रेन समय पर है या नहीं। नई पीढ़ी वो है किसी और से पूछने के बजाए तकनीक की मदद से जानकारी जुटा लेती है। उसे तकनीक का उपयोग कैसा करना है, ये अच्छी तरह से पता है। 

- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा अरुणाचल ऐसा प्रदेश है जहां एक दूसरे से मिलने पर जय-हिंद बोला जाता है।  ये हिंदुस्तान में बहुत कम जगह होता है। वहां के लोगों ने अपनी भाषा के प्रचार के साथ हिंदी और अंग्रेजी पर भी अच्छी पकड़ बनाई है। हम सभी को नॉर्थ ईस्ट जरूर जाना चाहिए। 

- पीएम मोदी ने कहा, "मिशन चंद्रयान में आपका योगदान नहीं था, लेकिन आप ऐसे बैठे होंगे कि जैसे आपने ही ये किया हो। जब सफलता नहीं मिली तो आप भी डिमोटिवेट हुए।किसी चीज में आप विफल हो गए तो उसका मतलब है कि अब आप सफलता की ओर चल पड़े हैं।"

- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा जैसे स्टील के स्प्रिंग को ज्यादा खींचने पर वो तार बन जाता है, उसी तरह मां-बाप, अध्यापकों को भी सोचना चाहिए कि बच्चे कि क्षमता कितनी है। 

- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा "अगर आप बोझ लेकर परीक्षा हॉल में गए हैं तो सारे प्रयोग बेकार जाते हैं। आपको आत्म विश्वास लेकर जाना है। परीक्षा को कभी जिंदगी में बोझ नहीं बनने देना है। आत्मविश्वास बहुत बड़ी चीज है। साथ ही फोकस एक्टिविटी होनी जरूरी है।"

 

                

 

Created On :   20 Jan 2020 2:34 AM GMT

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