रानी मुखर्जी पर टूटा दुखों का पहाड़,लंबी बीमारी के बाद पिता का निधन
डिजिटल डेस्क,भोपाल। बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी के पिता का निधन हो गया। रानी के पिता राम मुखर्जी काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। एक हफ्ते से वो मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया थे। रानी के पिता ने रविवार सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार की ओर से दी गी जानकारी के मुताबिक राम मुखर्जी के पार्थिव शरीर को अस्पताल से उनके जुहू स्थित घर जानकी कुटीर लाया जा चुका है। दोपहर में विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान भूमि पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राम मुखर्जी की पहचान रानी के पिता से पहले डायरेक्टर के रूप में की जाती है।राम मुखर्जी ने हिंदी और बंगाली फिल्मों में बतौर डायरेक्टर और स्क्रीनप्ले राइटर काम किया हैं। उन्होंने कई फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया हैं। उन्हें हम हिंदुस्तानी (1960), लीडर (1964) जैसी फिल्मों के लिए याद किया जाता है। राम मुखर्जी मुंबई के फिल्मालय स्टूडियो के फाउंडर भी थे।
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राम मुखर्जी ने अपनी बेटी रानी मुखर्जी की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म "राजा की आएगी बारात" (1997) प्रोड्यूस की थी। इससे पहले राम मुखर्जी ने 1996 में बेटी रानी मुखर्जी की डेब्यू बंगाली फिल्म "बियेर फूल" को डायरेक्ट किया था। रानी मुखर्जी और प्रसोनजीत की जोड़ी को लेकर उन्होंने बंगाली फिल्म बीयर फूल का निर्देशन किया था। 1994 में रिलीज हुई बंगाली फिल्म रक्तंदीर धारा उनके निर्देशन में बनी अंतिम फिल्म थी।
बता दें, राम मुखर्जी की पत्नी कृष्णा प्लेबैक सिंगर हैं और बेटे राजा एक्टर और डायरेक्टर हैं।
राम मुखर्जी ने इन फिल्मों का किया डायरेक्शन
हम हिंदुस्तानी (1960)
लीडर (1964)
एक बार मुस्करा दो (1972)
रक्ते लेखा (बंगाली, 1992)
तोमार रक्ते अमार सोहाग (बंगाली, 1993)
रक्त नदीर धारा (बंगाली, 1994)
राम, 1964 में आई दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला स्टारर "लीडर" के स्क्रीन राइटर भी थे।
Created On :   22 Oct 2017 3:12 PM IST