- शादी में 50 और अंतिम संस्कार में 20 लोग, बढ़ते कोरोना के बाद दिल्ली सरकार ने लगाई नई पाबंदियां
- म्यांमार : सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई में 80 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की मौत
- टीकों की कमी: 60 देशों पर पड़ सकता है असर, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने की आलोचना
- कोरोना का कहर : महाराष्ट्र में लग सकता है लॉकडाउन, उद्धव बोले-और कोई विकल्प नहीं
- दिल्ली ने 7 विकेट से मैच जीता:चेन्नई के खिलाफ लगातार तीसरी जीत, कप्तान पंत ने पहले ही मैच में धोनी को टॉस और मुकाबला दोनों में हराया
भूमि और तनाज माहवारी पर खुलकर बोलीं

हाईलाइट
- भूमि और तनाज माहवारी पर खुलकर बोलीं
मुंबई, 3 मार्च (आईएएनएस)। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर और तनाज ईरानी इस बात पर ताज्जुब हैं कि माहवारी को लेकर लोग आज भी बात करने से कतराते हैं और इस पर उनकी पुरानी पुरानी सोच अब भी बरकरार है।
इन दोनों अभिनेत्रियों ने ही इस पर खुलकर बात किए जाने की महत्ता पर जोर दिया।
एक बेटा और एक बेटी की मां तनाज कहती हैं, एक मां होने के नाते, मेरा यह मानना है कि जब बात मासिक धर्म स्वच्छता की आती है, तब एक मां और बेटी के बीच इस विषय पर बातचीत और भी खुलकर होनी चाहिए। इन विषयों पर बात करने से महिलाएं शर्माती और डरती हैं। मैं चाहूंगी कि मेरी बेटी दोस्तों के पास जाने के बजाय मुझसे इस बारे में बात करें।
भूमि का इस बारे में कहना है, माहवारी के दौरान बच्चियों को स्कूल भेजने से उनके घरवाले प्रभावित और चिंतित होते हैं। पीरियड्स आज भी एक ऐसा मुद्दा है जिस पर लोगों की पुरानी सोच अब भी बरकरार है। मैं यह जानकर काफी हैरान हुईं कि माहवारी पर पर्याप्त शिक्षा के अभाव में हर साल पांच में से एक बच्ची स्कूल छोड़ रही है।
भूमि व्हिस्पर के नए अभियान हैशटैगकिपगर्ल्सइनस्कूल में शामिल हुई हैं।
इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, व्हिस्पर की इस पहल की शुरूआत एक ऐसे वक्त पर हुई है, जब भारत की युवा महिलाओं को सही ज्ञान और शिक्षा के साथ सशक्त बनाना हमारे देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक दुर्लभ अवसर है, जहां हम सभी सामूहिक रूप से बच्चियों की जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं।
बता दें, भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आज भी माहवारी के चलते बच्चियां स्कूल जाना बंद कर देती हैं और इसी विषय पर जागरूकता फैलाना इस अभियान का मकसद है।