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सेना या खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने का बचपन का सपना था: एम्मी विर्क

हाईलाइट
- सेना या खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने का बचपन का सपना था: एम्मी विर्क
नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। लोकप्रिय पंजाबी गायक-अभिनेता एम्मी विर्क ने अपने बचपन को याद करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने हमेशा सेना या खेल के क्षेत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखा था।
हालांकि उनका बचपन का सपना कभी पूरा नहीं हुआ, लेकिन एम्मी को रील लाइफ में अपने दोनों सपनों को साकार करने का मौका मिला।
एम्मी कबीर खान की फिल्म 83 से बॉलीवुड डेब्यू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। फिल्म में उन्होंने तेज गेंदबाज बलविंदर संधू का किरदार निभाया है, जो साल 1983 में देश के लिए पहला क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
इसके बाद वह अभिषेक दुधैया की देशभक्ति फिल्म भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया में नजर आएंगे। इसमें उन्होंने एक फ्लाइट ऑफिसर का किरदार निभाया है।
एम्मी ने आईएएनएस से कहा, बचपन में मेरा हमेशा एक ऐसा करियर चुनने का सपना था, जहां मैं भारत का प्रतिनिधित्व किसी स्तर पर करूं, चाहे वह सेना के माध्यम से हो या किसी खेल के माध्यम से। मैं अपने देश को गर्व महसूस कराने के लिए कुछ करना चाहता था। लेकिन वो ख्वाहिशें पूरी नहीं हुईं। मैंने मेडिसीन की पढ़ाई की और फिर संगीत बनाना शुरू किया और धीरे-धीरे अभिनय के क्षेत्र में प्रवेश किया। शुक्र है कि मुझे अपनी फिल्मों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है, और वह भी बॉलीवुड में मेरी पहली फिल्मों में ही।
अपने बॉलीवुड प्रोजेक्ट के बारे में एम्मी ने कहा, मैंने फिल्म 83 में भारतीय क्रिकेट की जर्सी और भुज में एक पायलट की वर्दी पहनी है और यह अहसास वास्तविक है। इन प्रोजेक्ट्स पर काम करने पर मुझे कैसा महसूस हुआ इसे बता पाना बहुत मुश्किल है। मुझे बस यही लगता है कि मैं अपने जीवन में ऐसे शानदार अवसर पाकर धन्य हूं।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।