Sanju Movie Review: रणबीर की दमदार परफॉर्मेंस, लेकिन संजू बाबा के फैंस को फिल्म लगेगी अधूरी
दिलीप कुमार कापसे, भोपाल। राजकुमार हीरानी और रणबीर कपूर स्टारर संजय दत्त की बायोपिक फिल्म "संजू" आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। ये फिल्म बॉलीवुड के सबसे कंट्रोवर्शियल एक्टर कहे जाने वाले संजय दत्त की जिंदगी के अनकहे किस्सों से दर्शकों को रूबरू कराती है। फिल्म की कहानी मुख्य तौर पर संजय दत्त और उनके पिता सुनील दत्त के रिश्ते की है जो उनके बीच के कुछ तनाव भरे और कुछ बेहद जज्बाती लम्हों को सामने लाती है।
"संजू" की कहानी आखिर क्या है?
फिल्म "संजू" की कहानी उस दौर से शुरू होती है जब संजय दत्त अपनी पहली फिल्म "रॉकी" की शूटिंग कर रहे थे और दूसरी ओर उनकी मां नरगिस कैंसर से लड़ रहीं थीं। अपने काम पर ध्यान नहीं दे पाने की वजह से संजू के पिता सुनील दत्त उन्हें सबके सामने डांट देते हैं और पिता से नाराज संजय एक दोस्त के कहने पर पहली बार ड्रग्स लेते हैं। इसी बीच मां की बिगड़ती तबीयत से परेशान होकर वो दोबारा ड्र्ग्स लेते हैं और जल्द ही इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। अमेरिका में मां के इलाज के दौरान संजय की मुलाकात कमलेश नाम के शख्स से होती है और एक ही रात में कमलेश उनका जिगरी दोस्त बन जाता है। मां की मौत संजू तो तोड़ देती है और इसी बीच उनका अपनी प्रेमिका रूबी से ब्रेकअप भी हो जाता है। कमलेश अपने दोस्त संजू की जिंदगी को पटरी पर लाने की बहुत कोशिश करता है, लेकिन ड्रग्स की लत से संजू बाहर नहीं आ पाते। इसी दौरान संजू के पिता उन्हें अमेरिका में एक रिहैब सेंटर लेकर जाते हैं ताकि वो ड्रग्स छोड़ दें। खुद से मुश्किल लड़ाई के बाद संजू को ड्रग्स के खिलाफ जंग जीतने में कामयाबी मिलती है और वो वापस अपने काम में लग जाते हैं। संजू का करियर अच्छा चल रहा होता है कि तभी मुंबई में दंगे हो जाते हैं और मुस्लिम इलाकों में काम करने की वजह से उनके पिता कुछ लोगों की नजरों में खटकने लगते हैं। संजू के पास इन लोगों का फोन आता है और उन्हें ये धमकी दी जाती है कि उनके पिता को मार दिया जाएगा और उनकी बहनों का रेप कर दिया जाएगा। सुनील दत्त धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन संजू अपने परिवार के लिए परेशान हो जाते हैं। वो अपनी फिल्म के प्रोड्यूसर्स और अबु सलेम से अपनी सुरक्षा के लिए हथियार लेते हैं। इसी बीच मुंबई में बम विस्फोट हो जाते हैं और संजय का नाम भी इसमें आता है। उनके खिलाफ टाडा के तहत मामला दर्ज होता है और फिर उनके पिता और उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है।
"संजू" के कुछ अनकहे किस्से
फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी के कुछ ऐसे किस्से बताए गए हैं जो उनके फैंस नहीं जानते। मान्यता से शादी के बाद जब उन्हें फिर जेल भेजे जाने का फैसला आया था तब उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इसी तरह ये राज सामने आया है कि "संजू" को ड्रग्स देने वाला उनका दोस्त खुद ड्रग्स की बजाय ग्लूकोज खाया करता था। कई साल तक संजू इस बात से अंजान थे और जब वो रिहैब से लौटकर आए तो उन्होंने सच्चाई जानने के बाद अपने उस दोस्त को जमकर पीटा था। संजू एक समय अपनी गर्लफ्रेंड रूबी से शादी करना चाहते थे और उन्होंने शादी करने के लिए रूबी को रजिस्ट्रार ऑफिस भी बुलाया था, लेकिन अपनी शादी में पहुंचने की बजाय वो ड्रग्स लेकर घर में बेहोश पड़े थे। इतना ही नहीं संजू ने अपने बेस्ट फ्रेंड कमलेश की ही गर्लफ्रेंड के साथ उस वक्त शारीरिक संबंध बना लिए थे, जब कमलेश शराब पीकर बेसुध हो गए थे। ऐसे ही कई और अनसुने किस्से आपको इस फिल्म में देखने को मिलेंगे।
रणबीर की दमदार परफॉर्मेंस
रणबीर कपूर ने एक बार फिर अपने अभिनय से दर्शकों और आलोचकों को खुश कर दिया है। संजय दत्त की जिंदगी के अलग-अलग हिस्सों को उन्होंने विश्वसनीय तरीके से प्रस्तुत किया है। फिर भी, इसे रणबीर की बेस्ट परफॉर्मेंस तो नहीं कहा जा सकता। बतौर अभिनेता अब भी "रॉकस्टार" उनकी बेहतरीन फिल्म है। "संजू" के भावनात्मक दृश्यों में रणबीर का अभिनय बहुत कमाल है, लेकिन हल्के-फुल्के सीन्स में उनकी एक्टिंग संजय दत्त की मिमिक्री लगने लगती है। सुनील दत्त के रोल में परेश रावल का काम जबरदस्त है। खासकर रणबीर के साथ उनके पिता-पुत्र वाले सीन पूरी फिल्म की जान है। संजय दत्त के जिगरी दोस्त कमलेश की भूमिका में विक्की कौशल का काम बेहद शानदार है। चाहे कॉमेडी सीन्स हो या इमोशनल सीन्स, वो हर जगह रणबीर को टक्कर देते हैं। नरगिस के किरदार में मनीषा कोइराला का रोल छोटा जरूर है, लेकिन उन्होंने इसे बड़े ही जादुई तरीके से निभाया है। उनके कुछ सीन्स का असर फिल्म खत्म होने तक महसूस किया जाता है। अनुष्का शर्मा ने एक लेखक का रोल प्ले किया है जो संजय दत्त की जिंदगी पर किताब लिखती है। अनुष्का का ये किरदार राजू हिरानी और फिल्म के लेखक अभिजात जोशी के दिमाग की उपज है। इस रोल के सहारे कहानी को आगे बढ़ाने और नाटकीय बनाने में मदद मिली है। संजय की पत्नी मान्यता के किरदार में दीया मिर्जा, गर्लफ्रेंड रूबी के रोल में सोनम कपूर और सोनम के पिता की भूमिका बोमन ईरानी भी याद रहते हैं। संजू के पुराने दोस्त और उन्हें ड्रग्स की तरफ धकेलने वाले जुबिन का किरदार जिम सरभ ने निभाया है और वो छोटे से रोल में प्रभाव छोड़ते हैं।
"संजू" इसलिए देखी जानी चाहिए
इस फिल्म में संजय दत्त और उनके पिता सुनील दत्त के बीच के रिश्ते को बड़ी बारीकी से दिखाया गया है। वहीं फिल्म में संजय दत्त के एक गैर फिल्मी दोस्त कमलेश से दर्शकों की मुलाकात होगी, जो संजू की ड्रामैटिक लाइफ का बड़ा हिस्सा रहा है और सुनील दत्त के बाद उनका सबसे बड़ा करीबी भी। ये फिल्म आपको एक मोड़ पर हंसाएगी तो अगले ही मोड़ पर जज्बाती भी कर देगी। जहां ड्रग्स से बचकर निकलते संजू को देखना बड़ा प्रेरणादायी है, वहीं खुद पर से आतंकी का दाग मिटाने के लिए संजू और सुनील दत्त को संघर्ष करते देखना आपकी आंखें नम कर देगा। राजकुमार हिरानी का डायरेक्शन पूरी फिल्म पर पकड़ बनाए रखता है और कहीं भी उनकी पकड़ कमजोर नहीं पड़ती। हालांकि इस फिल्म में "मुन्नाभाई सीरीज" और "3 ईडियट्स" वाला जादू नहीं मिलेगा।
"संजू" में इन वजहों से होगी निराशा
फिल्म में मुश्किलों से लड़ते संजय दत्त की जिंदगी दिखाई गई है, लेकिन वो काफी हद तक अधूरी है। संजय दत्त की पहली दोनों पत्नियों का कहीं कोई जिक्र तक नहीं है। संजू की बड़ी बेटी त्रिशला को लेकर भी कोई सीन नहीं दिखाया गया है। वहीं उनकी कई अहम फिल्मों को लेकर भी बात नहीं की गई है। दर्शकों को बड़ी उम्मीद थी कि माधुरी दीक्षित और संजय दत्त के प्रेम संबंधों पर कोई दिलचस्प किस्सा देखने को मिलेगा, लेकिन माधुरी का कहीं कोई जिक्र नहीं है। संजय के साथ काम करने वाले अभिनेताओं को लेकर भी कोई दृश्य फिल्म में शामिल नहीं किया गया है। कहा जा रहा था कि संजय दत्त और सलमान खान के बीच दुश्मनी होने की वजह फिल्म में देखने को मिलेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। कुल मिलाकर "संजू" संजय दत्त के फिल्मी करियर पर नहीं बल्कि उनकी निजी जिंदगी के कुछ हिस्सों पर बनी फिल्म है।
Created On :   29 Jun 2018 2:28 PM IST