- Dainik Bhaskar Hindi
- Entertainment
- sj Surya remembers the time when he washed the tables, utensils in a hotel
लोकप्रिय निर्देशक: एस.जे. सूर्या उस समय को याद करते हैं जब उन्होंने एक होटल में टेबल, बर्तन धोए थे

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। लोकप्रिय निर्देशक से अभिनेता बने एस.जे. सूर्या ने रविवार को एक ऐसे व्यक्ति की ओर धीरे से इशारा किया, जिसने अपने एक ट्वीट में उन्हें दार्शनिक कहा था, कि वह सिर्फ एक अभिनेता थे और दार्शनिक शब्द उनका वर्णन करने के लिए बहुत बड़ा शब्द था। रविवार को, एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने सूर्या के हालिया साक्षात्कार का एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया जिसमें उन्होंने खुलासा किया था कि कैसे, एक समय में, वह कॉलेज में रहते हुए एक होटल में टेबल साफ करते थे ताकि वे अपना पेट भर सकें।
क्लिप में दिए इंटरव्यू में सूर्या कहते दिख रहे हैं, यह तीसरा होटल था जिसमें मैं काम कर रहा था। ग्राहकों के खाना खाने के बाद मैं साफ-सफाई करता था। जब मैं एक क्लीनर के रूप में काम कर रहा था, तो मेरे साथ पढ़ने वाले छात्र ग्राहक के रूप में भोजन के लिए वहां आते थे। मुझे कभी शर्म महसूस नहीं होती थी। यह मेरा काम था। इसमें शमिर्ंदा होने की क्या बात थी? मेरे लिए, जब यह नौकरी है, तो बड़ी और छोटी नौकरी में कोई अंतर नहीं है। जब आपको सच्चे ईमानदार काम के लिए भुगतान मिलता है, तो मेरे लिए, वह भगवान है।
मेरे लिए डायरेक्शन, एक्टिंग, म्यूजिक, वो टेबल जिसे मैंने साफ किया, मेरे मां, पापा और भगवान सब एक ही हैं। इस वीडियो क्लिप के जवाब में ट्विटर यूजर ने सूर्या को अभिनेता, लेखक, निर्देशक, निमार्ता, संगीत निर्देशक और दार्शनिक बताते हुए उनकी तारीफ की थी। इस पर, सूर्या ने उत्तर दिया कि दार्शनिक उनका वर्णन करने के लिए बहुत महान शब्द थे और वह हमेशा महान विचारों वाले अभिनेता बनना चाहते थे।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
खबरें और भी हैं...
रोमांटिक फिल्म : दुलकर सलमान ने पत्नी अमल सुफिया को जन्मदिन की बधाई दी
तेलुगू मेगास्टार: अभिनेता चिरंजीवी ने रक्तदाताओं को उपहार में व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कार्ड दिए
फिल्म के ट्रेलर : मणिरत्नम की टीम ने पोन्नियिन सेल्वन में प्रकाश राज, रहमान, जयचित्र के लुक किए जारी
बॉलीवुड: अभिनेत्री अलेफिया कपाड़िया के साथ काम करने में मजा आता: अभिनव कपूर
अभिनेत्री : बबली बाउंसर में अभिनय करने के लिए तैयार तमन्ना भाटिया