उषा, हृदयनाथ ने लता मंगेशकर से जुड़े किस्सों को याद किया

Usha, Hridaynath recall stories related to Lata Mangeshkar
उषा, हृदयनाथ ने लता मंगेशकर से जुड़े किस्सों को याद किया
श्रद्धांजलि उषा, हृदयनाथ ने लता मंगेशकर से जुड़े किस्सों को याद किया

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर की छोटी बहन व जानी-मानी गायिका उषा मंगेशकर और उनके भाई व संगीत निर्देशक हृदयनाथ मंगेशकर ने भारत कोकिला को श्रद्धांजलि देने के लिए पेश आठ भागों की सीरीज नाम रह जाएगा में लता की कुछ खूबसूरत यादें साझा की हैं।

उषा ने याद किया : लता दीदी बहुत शरारती थीं और हमेशा किसी न किसी शरारत के लिए तैयार रहती थीं। लता दीदी को नाटकों का आयोजन पसंद था, जहां वह गाती थीं। लता दीदी नाटक में हमेशा तुकाराम महाराज की भूमिका निभाती थीं और वह हमारी बहनों- आशा दी और मीना दी को शिष्याएं बनाती थीं और उन्हें गाने के लिए कहा करती थीं। मुझे याद है कि वह कहती थीं, अब मैं स्वर्ग जा रही हूं और नीचे कूद जाती थीं।

वहीं, पंडित हृदयनाथ मंगेशकर ने कहा, जब मैं 5 साल का था, हमारे पिता का निधन मेरे सामने हुआ था। मेरी मां ने मुझे उनसे दूर हटा दिया। उस समय मुझे नहीं पता था कि मृत्यु और निधन जैसे शब्द का क्या मतलब होता है। लेकिन पिताजी के गुजर जाने से मैं निश्चित रूप से तबाह हो गया था। मुझे लगा कि कुछ सही नहीं है। मुझे याद है कि लता दीदी आईं और उन्होंने हमारे लिए चिवड़ा, सेव और अन्य फरसान लाईं। उन्होंने मुझे अपनी गोद में लिया और खिलाया। दूसरों के लिए वह लता मंगेशकर थीं, लेकिन मेरे लिए वह मेरी दीदी थीं।

उन्होंने आगे साझा किया, लता मंगेशकर ऐसे ही लता मंगेशकर नहीं बनीं। उन्हें बहुत कुछ करना पड़ा, उन्होंने बहुत संघर्ष किया। कई बार उन्हें लगता था कि वह अनाथ हैं, उनका कोई नहीं है। और इतनी टूट-फूट के बाद वह जिस तरह से खड़ी हुईं, उसी ने उन्हें एक लीजेंड बनाया।

नाम रह जाएगा स्टार प्लस पर प्रसारित होता है।

(आईएएनएस)

Created On :   2 May 2022 2:30 PM GMT

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