अमेरिका ने फिर अलापा राग: भारत-पाक सीजफायर का क्रेडिट लेने से नहीं थक रहे डोनाल्ड ट्रंप, अब व्यापार को लेकर दोनों देशों को दिखाई धौंस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत-पाक सीजफायर कराने का राग आलाप है। उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में नाटो महासचिव मार्क रूटे के साथ बैठक की। इस दौरान ट्रंप ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने भारत-पाक के बीच संभावित परमाणु युद्ध को ट्रेड के जरिए रुकवा दिया था।
अमेरिका राष्ट्रपति ने व्यापार को लेकर भारत-पाक को चेताया
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, "हमने कई युद्धों के बीच समाधान निकालने में सफलता पाई है। आपके पास भारत और पाकिस्तान का उदाहरण है, जो उस दिशा में बढ़ रहे थे, जहां अगले एक हफ्ते में परमाणु युद्ध हो सकता था, लेकिन हमने व्यापार का इस्तेमाल करके हालात संभाले।"
उन्होंने कहा, "मैंने साफ कहा कि जब तक आप (भारत-पाक) आपसी विवाद नहीं सुलझाते, तब तक अमेरिका व्यापार पर बात नहीं करेगा। इसके बाद ही स्थिति शांत हुई।" बता दें, इससे पहले 10 मई को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट के जरिए ट्रंप ने दावा किया था। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल सीजफायर के लिए तैयार हो गया है। इसके बाद से ट्रंप कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म करने का राग आलाप रहा है।
विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के दावे को ठुकराया
ट्रंप के सीजफायर के राग भारत सरकार पहले ही ट्रंप के इस दावे को पूरी तरह खारिज कर चुकी है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की सहमति दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों (डीजीएमओ स्तर) की सीधी बातचीत के बाद बनी थी, न कि किसी तीसरे देश की मध्यस्थता से।
दरअसल, विदेश मंत्रालय ने उस वक्त साफ किया था कि भारत अपने द्विपक्षीय मामलों में बाहरी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करता और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए वह सैन्य चैनलों के जरिए पाकिस्तान से बात करता रहा है।
Created On :   15 July 2025 12:14 PM IST