इजराइल -हमास संघर्ष: गाजा की स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र के सामने फूट-फूट कर रो पड़े फिलिस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर

- कोई भी कारण हमले को जायज नहीं ठहरा सकती
- इजराइली पीएम ने गाजा में संघर्ष विराम का प्रस्ताव स्वीकार किया
- मंसूर ने कहा-कई बच्चे भूख-प्यास से तड़प रहे है, कई मर रहे हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की सभा में फिलिस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर गाजा में संघर्ष को लेकर फूट-फूट कर रो पड़े। मंसूर ने गाजा के बदतर हालात और भूख से बिलख रहे बच्चों के बारे में यूएन में जानकारी दी। मंसूर ने कहा-कई बच्चे भूख-प्यास से तड़प रहे है, कई मर रहे हैं। महिलाएं अपने बेजान बच्चों को गले लगा रही हैं, उन्हें सहला रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ ने गाजा में संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा।
इजराइल ने स्वीकार किया सीजफायर का प्रस्ताव
मंसूर के रोने के ठीक बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में संघर्ष विराम का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। इससे पहले 26 मई को उग्रवादी संगठन हमास ने अमेरिका की तरफ से गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव को असेप्ट किया था। आपको बता दें इस प्रस्ताव में 10 इजराइली बंधकों की रिहाई और 70 दिन का सीजफायर हुआ था। इससे पहले भी 19 जनवरी को हमास के साथ संघर्ष विराम हुआ था। लेकिन दो महीने बाद इजराइल ने गाजा में एयरस्ट्राइक करके सीजफायर को ब्रेक कर दिया था। युद्धविराम तोड़ने के बाद से मार्च से 2000 से ज्यादा फिलिस्तीनी बच्चों की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए मंसूर ने रोते हुए शब्दों में कहा फिलिस्तीनियों की इस बदतर हालात को कोई आम इंसान बर्दाश्त नहीं कर सकता। आग और भूख फिलिस्तीनी बच्चों को खा रही है। मंसूर ने कहा-कोई भी वजह फिलिस्तीनियों पर हमले को उचित और जायज नहीं ठहरा सकती। हम भी इंसान हैं। हमें अपने देश पर गर्व है। हमें बिल्कुल वैसे ही सम्मान मिलना चाहिए, जैसे बाकी सभी देशों को।
Created On :   30 May 2025 8:23 AM IST