Fighter Plane: पाकिस्तान भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर सकता है ये हथियार, अमेरिका पर टिका फैसला

- पाकिस्तान अमेरिका से मांग रहा इस लड़ाकू विमान की इजाजत
- भारत के खिलाफ कर सकता इस्तेमाल
- पाकिस्तानी एयर फोर्स चीफ ने अमेरिकी विदेश मत्रालय के अधिकारियों से की मुलाकात
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। भारत में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया गया था। इस के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुस कर कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। उसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत पर हवाई हमला किया। लेकिन भारत ने उन्हें आसमान में ही मार गिराया था। जिसके बाद से पाकिस्तान किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहा है। यानी उसके पास जो हथियार है वो किसी काम के नहीं है। इसके बाद से पाकिस्तान अमेरिका के पास बार-बार दौड़ लगा रहा है। पहले अमेरिकी फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने अमेरिका का दौरा किया था, लेकिन अब वायुसेना प्रमुख जहीर अहमद बब्बर अमेरिका पहुंच गए है, ताकि भारत को युद्ध में हरने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले हथियार खरीद सके।
पाकिस्तानी एयर फोर्स चीफ ने पेंटागन में अमेरिकी एयर फोर्स सचिव केली सेबोल्ट और चीफ ऑफ स्टाफ जनरल डेविड डब्लू एलविन से मुखातीब हुए। इस दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने, टेक्नोलॉजी एक्सचेंज की और जॉइंट ट्रेनिंग को लेकर चर्चा की। ये बयान पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने दिया है।
भारत के खिलाफ पाकिस्तान ये हथियार नहीं कर सकता इस्तेमाल
अमेरिका ने पिछले कई सालों से पाकिस्तान को भारत के खिलाफ एफ-16 फाइटर जेट उड़ाने पर रोक लगाई हुई है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी पाकिस्तान के पास एफ-16 फाइटर जेट था, लेकिन उसने चीन से लाए गए जे-10 और जे-17 से हमला किया था। जिनको भारत ने हवा में ही मार गिराया था। भारत के हमले में पाकिस्तान के एयरबेस पर मौजूद एफ-16 लड़ाकू विमान बुरी तरह से तबाह हो गए थे। ऐसे में पाकिस्तान इस जुगाड़ में लगा है कि अमेरिका एफ-16 लड़ाकू विमान को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की इजाजत दे, क्योंकि पाकिस्तान को अभी भी लग रहा है कि भारत फिर से उस पर हमला कर सकता है।
पाकिस्तान ने अमेरिका के बड़े अधिकारियों से की मुलाकता
पाकिस्तानी एयर फोर्स चीफ ने वाशिंगटन में अमेरिका के विदेश विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की। इन अधिकारियों की जिम्मेदारी मध्य और दक्षिण एशिया के राजनीतिक सैन्य मामलों की है। जिसके बाद पाकिस्तान के वायुसेना ने एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में उभर रहे 'जियो-पॉलिटिकल डायनेमिक्स' और 'स्थिरता' से पाकिस्तान आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने खुद (पाकिस्तान) को शांति प्रिय बताने की कोशिश की और 'वैश्विक आतंकवाद' के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात कही।
Created On :   4 July 2025 6:41 PM IST