ब्रिटेन में कुशल कामगार और छात्र वीजा की सख्या में टॉप पर भारतीय

ब्रिटेन में कुशल कामगार और छात्र वीजा की सख्या में टॉप पर भारतीय
  • भारतीयों ने चीनीयों को पीछे छोड़ा
  • ब्रिटेन में नई आव्रजन प्रणाली
  • परिवार के सदस्यों को लाने की अनुमति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में गुरुवार को जारी हुई आधिकारिक आव्रजन आंकड़ों के अनुसार स्किल्ड वर्कर और स्टूडेंट वीजा की संख्या में भारतीय टॉप पर हैं। भारतीयों ने चीनीयों को भी पीछे छोड़ दिया है।

इससे पहले ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों सहित विदेशी छात्रों को केंद्रित एक नई आव्रजन नीति बनाई है, इसके तहत ब्रिटिश संस्थानों में नामांकित छात्रों को परिजनों को साथ लाने के लिए उनको वीजा देने की घोषणा की। हाउस ऑफ कॉमन्स को दिए एक लिखित बयान में, यूके की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने कहा कि वर्तमान में अनुसंधान कार्यक्रमों के रूप में नामित पीजी पाठ्यक्रमों में केवल अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपने आश्रितों के रूप में बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता सहित अपने परिवार के सदस्यों को लाने की अनुमति दी जाएगी।

यूके के गृह विभाग द्वारा एकत्र किए गए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) डेटा के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से विशेष रूप से लक्षित स्वास्थ्य सेवा वीजा सहित अन्य कुशल कार्य के लिए भारतीय टॉप पर थे। ब्रिटिश में अब नए ग्रेजुएट पोस्ट-स्टडी वर्क रूट के तहत वीजा प्रदान करने वाले भारतीयों छात्रों की संख्या सबसे अधिक है। इसमें भारतीयों का अनुदान 41 प्रतिशत है।

श्रमिक श्रेणी में भारतीयों का अनुदान एक तिहाई है, इसमें वीजा के लिए भारतीय शीर्ष पर है। मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष में पिछले छात्रों को कुल 92,951 स्नातक रूट एक्सटेंशन दिए गए थे।

नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारतीयों को दिया जाने वाला कुशल श्रमिक वीजा 63 प्रतिशत बढ़कर 2021-22 में 13,390 से 2022-23 में 21,837 हो गया। हेल्थकेयर वीजा श्रेणी में, भारतीयों ने 14,485 से 29,726 तक 105 प्रतिशत की अधिक वृद्धि दर्ज की।

Created On :   25 May 2023 12:54 PM GMT

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