गाजा पर कब्जा की योजना: इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया समर्थन, एक रिपोर्ट ने किया दावा

- इजराइल की योजना का हो रहा भारी विरोध
- आलोचनाओं के बावजूद नेतन्याहू पीछे हटने को तैयार नहीं
- विरोध करते हुए फ्रांस, कनाडा और ब्रिटेन ने सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के गाजा पर कब्जे की योजना का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलकर समर्थन किया है। हालांकि कुछ देश इजराइल की इस योजना की कड़ी आलोचना भी कर रहे है। जिसके चलते ट्रंप ये दिखाने की कोशिश कर रहे है कि यह इजराइल की योजना है न कि अमेरिका की। एक अमेरिकी मीडिया संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। नेतन्याहू की योजना का इजराइली सेना प्रमुख इयाल जामिल भी विरोध कर रहे है। जामिल ने नेतन्याहू के फैसले की आलोचना करते हुए चेतावनी दी है कि इस योजना से इजराइल गाजा में लंबे समय तक फंस सकता है। विपक्षी दल भी नेतन्याहु की योजना का विरोध कर रहे है, आलोचना कर रहे है।
नेतन्याहू आलोचनाओं से बेपरवाह होकर कह रहे है कि हम गाजा पर कब्जा नहीं करने जा रहे, हम सिर्फ गाजा को हमास से आजाद कराएंगे। गाजा में नागरिक प्रशासन की स्थापना करेंगे, जिससे क्षेत्र में शांति आ सके और इजराइल के लिए भी कोई खतरा न रहे। इजराइल के भीतर भी इसका विरोध हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर नेतन्याहू सरकार से इस पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रंप ने गाजा में मानवीय मदद मुहैया कराने को कहा ,लेकिन ट्रंप ने इजराइल के गाजा में ऑपरेशन की आलोचना भी नहीं की। ट्रंप ने हाल ही में इजराइल के गाजा प्लान पर कहा कि मैं इस बारे में ज्यादा नहीं कह सकता, ये इजराइल पर निर्भर करता है।
इजराइल सरकार की सुरक्षा परिषद भी गाजा पर कब्जे की नेतन्याहू की योजना को मंजूरी दे चुकी है। हालांकि नेतन्याहू की इस योजना का भारी विरोध हो रहा है। इजराइल के कई सहयोगी देशों ने भी इसकी आलोचना की है। कई यूरोपीय, अरब और खाड़ी देशों ने नेतन्याहू की प्लानिंग पर नाराजगी जाहिर की है और इसके चलते इजराइल के अकेला पड़ने की आशंका है। जर्मनी ने तो इजराइल को हथियारों की आपूर्ति रोक दी। इजराइल के गाजा पर कब्जे के प्लान का कड़ा विरोध करते हुए फ्रांस, कनाडा और ब्रिटेन नेसुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है।
Created On :   10 Aug 2025 4:27 PM IST