GEN-Z के आगे नेपाल सरकार ने टेके घुटने: सोशल मीडिया के 26 प्लेटफॉर्म पर से हटाया बैन, हिंसक प्रदर्शन के चलते अब तक 20 की मौत, 300 से अधिक घायल

- नेपाल में युवाआों के हिंसक प्रदर्शन से फैली हिंसा
- नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर से हटाया बैन
- हिंसक प्रदर्शन में 20 की मौत, 300 से ज्यादा घायल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल में सोमवार को सोशल मीडिया पर बैन लगाने के खिलाफ युवाओं के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए ओली सरकार ने फैसला वापस लेने की घोषणा कर दी है। राजधानी काठमांडू समेत कई प्रांतों में युवाओं के विरोध प्रदर्शन के बीच नेपाल सरकार ने यह फैसला लिया है। नेपाल में युवाओं के प्रदर्शन के दौरान 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर से हटाया बैन
इस संबंध में नेवाल के संचार, सूचना और प्रसारण मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सरकार ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर लगाए बैन को हटाने का फैसला लिया है।
इस बारे में मंत्री गुरूंग ने कहा कि सूचना मंत्रालय ने संबंधित एजेंसियों को सोशल मीडिया साइट्स को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दे दिया है, जैसा कि 'Gen Z' प्रदर्शनकारियों की मांग थी। यही युवा राजधानी काठमांडू के संसद भवन के सामने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे।
'Gen Z' प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेने की अपील
बता दें, तीन दिन पहले नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया के 26 प्लेटफॉर्म्स जैसे सबुक और एक्स पर बैन लगाया था। बैन लगाने के पीछे सरकार का कहना था कि यह प्लेटफॉर्म्स नेपाल सरकार के साथ रजिस्ट्रेशन कराने में असफल रहे थे।
वहीं, दूसरी ओर मंत्री ने 'Gen Z' प्रदर्शनकारियों अपने आंदोलन को खत्म करने की अपील की है। दरअसल, संसद परिसर में सोमवार को कुछ प्रदर्शनकारी के घुसने के बाद प्रदर्शन उग्र हो गया। इसके बाद भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन, आंसू गैस और रबर बुलेट्स तक का प्रयोग किया। इस बीच हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए सोमवार रात को सरकार ने फेसबुक, एक्स और व्हाट्सएप समेत अन्य सोशळ मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर से बैन वापस हटा दिया है।
Created On :   9 Sept 2025 2:06 AM IST