ईरानी सरजमीं से हुए हमले में 4 पाक सुरक्षाकर्मी मारे गए
- विस्फोटों में पांच सैनिक मारे गए और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि देश के सशस्त्र बलों पर ईरानी सरजमीं से किए गए नए आतंकवादी हमले में कम से कम चार सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना तब हुई जब पाकिस्तान-ईरान सीमा पार से आतंकवादियों ने बलूचिस्तान के पंजगुर जिले के चुकाब इलाके में खाई के पास गश्त कर रहे सुरक्षाकर्मियों के एक काफिले को निशाना बनाया। इसके जवाब में सेना की मीडिया शाखा ने कहा कि ईरानी पक्ष को आतंकवादियों को ढूंढने के लिए कहा गया है।
यह ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान बढ़ते आतंकवादी हमलों विशेष रूप से प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और अफगान सीमा पार से निपट रहा है। रिपोटरें के अनुसार, तालिबान के अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान में टीटीपी फिर से संगठित हो गया, पाकिस्तान बार-बार पड़ोसी देश में अंतरिम सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहा था कि उसकी जमीन का उपयोग आतंकवाद के लिए नहीं किया जाता है। लेकिन तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है। आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, उग्रवादियों की गतिविधियों को मुख्य रूप से बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में केंद्रित किया गया है, जिसमें पिछले वर्ष के दौरान हुए हमलों का 31 प्रतिशत और बाद के 67 प्रतिशत का हिसाब था।
जियो न्यूज ने सेना के मीडिया विंग के हवाले से कहा कि सुरक्षा बलों पर हमले से कुछ घंटे पहले, बलूचिस्तान में एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन (आईबीओ) के दौरान हुई गोलीबारी में चार आतंकवादी मारे गए थे। आईएसपीआर ने अपने बयान में कहा कि सुरक्षा बलों और नागरिकों पर गोलीबारी की घटनाओं से जुड़े आतंकवादियों के एक ठिकाने को साफ करने के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया था। जियो न्यूज ने बताया कि एक दिन पहले ही सेना प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने संकल्प लिया था कि बलूचिस्तान को अस्थिर करने के लिए सेना विदेशी प्रायोजित और समर्थित शत्रुतापूर्ण तत्वों के प्रयासों को विफल कर देगी।
जनरल मुनीर ने कहा था, बलूचिस्तान में मुश्किल से अर्जित शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान के बाहरी दुश्मनों के नापाक मंसूबों से हम वाकिफ हैं। उन्होंने कहा, दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में परोपकारी जन-केंद्रित सामाजिक आर्थिक विकास के लिए एक सक्षम वातावरण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जियो न्यूज ने बताया कि पिछले महीने, बलूचिस्तान में क्वेटा, तुरबत, हब और कोहलू जिलों में सात अलग-अलग विस्फोटों में पांच सैनिक मारे गए और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए।
(आईएएनएस)
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Created On :   19 Jan 2023 1:00 PM IST