हिरोशिमा हमले की 72वीं बरसी पर बोले जापानी पीएम- एक ऐसा विश्व हो जहां परमाणु हथियारों जैसी कोई चीज ना हो

72th anniversary of the Hiroshima attack
हिरोशिमा हमले की 72वीं बरसी पर बोले जापानी पीएम- एक ऐसा विश्व हो जहां परमाणु हथियारों जैसी कोई चीज ना हो
हिरोशिमा हमले की 72वीं बरसी पर बोले जापानी पीएम- एक ऐसा विश्व हो जहां परमाणु हथियारों जैसी कोई चीज ना हो

डिजिटल डेस्क, हिरोशिमा। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में आज ही के दिन अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम बरसाया था। 72 साल पुरानी इस घटना के बाद से जापान में हर साल आज के दिन हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमलों की बरसीं मनाई जाती है। रविवार को हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क में घटना की 72वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस समारोह में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने परमाणु हथियार रहित दुनिया की बात पर जोर देते हुए कहा, "दुनिया में जापान एकमात्र देश है जिसने परमाणु हमला झेला है। जापान परमाणु हमलों की भयावहता को समझता है और इसीलिए दुनिया के तमाम देशों से परमाणु हथियारों की दौड़ से बाहर निकलकर एक ऐसे विश्व की रचना में भागीदार होने की बात कहता है जिसमें परमाणु हथियार जैसी कोई चीज ना हो।"

शिंजो आबे ने आगे कहा, "दुनिया को परमाणु हथियार रहित बनाने के लिए परमाणु संपन्न और परमाणु विहीन सभी देशों को आगे आना होगा। हमारा देश परमाणु हथियारों को दुनिया से खत्म करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अगुवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।"

जापान हमेशा से संयुक्त राष्ट्र के परमाणु हथियार प्रतिबंध संधि की आलोचना करता रहा है क्योंकि यह संधि परमाणु हथियार संपन्न और परमाणु हथियार रहित देशों के बीच के बांटने वाली रेखा बनाती है। जापान का कहना है कि परमाणु हथियार संपन्न 9 देशों में से कोई भी परमाणु हथियार को बैन करने वाली बैठकों में हिस्सा नहीं लेता है।

गौरतलब है कि अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापान पर दो परमाणु हमले किए थे। पहला हमला 6 अगस्त 1945 को हिरोशिमा में और दूसरा तीन दिन बाद 9 अगस्त को नागासाकी में। इन दो हमलो में हिरोशिमा में 140,000 और नागासाकी में 74,000 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। कुछ लोग तुरंत ही मर गए, जबकि कुछ लोग चोट, विकिरण संबंधी बीमारियों के चलते सप्ताह, महीनों और सालों के बाद मारे गए थे।

Created On :   6 Aug 2017 8:22 PM IST

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