संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का खंडन करते हुए अफगानिस्तान का बयान

Afghanistans statement contradicting UN report
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का खंडन करते हुए अफगानिस्तान का बयान
संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का खंडन करते हुए अफगानिस्तान का बयान
हाईलाइट
  • व्यापक अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान की तालिबान नीत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट का खंडन किया है कि देश में सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष के बढ़ने की आशंका है।

तोलो न्यूज ने बताया कि, संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों द्वारा संकलित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट, अल कायदा और अफगान धरती पर कई अन्य आतंकवादी समूहों और लड़ाकों की मौजूदगी, पड़ोसी देशों और व्यापक अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता पैदा कर रही है।

रिपोर्ट में कहा कि, न तो आईएस या अल कायदा, 2023 से पहले जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय हमले करने में सक्षम माना जाता है, चाहे उनका इरादा कुछ भी हो या तालिबान उन्हें रोकने के लिए काम करता है या नहीं।

रिपोर्ट में कहा गया है, तालिबान आईएस-के को अधिक दीर्घकालिक और गंभीर खतरे के रूप में पहचान रहे हैं जबकि राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा की चुनौती को लुप्त होते देखना शुरू कर दिया है।

रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया करते हुए तालिबान के उप प्रवक्ता इनामुल्ला समांगानी ने कहा कि, देश में हाल के महीनों में सशस्त्र समूहों को दबा दिया गया है। तोलो न्यूज ने समांगानी के हवाले से कहा, इस्लामी अमीरात को सशस्त्र समूहों के किसी भी आसन्न या संभावित खतरे का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इस्लामी अमीरात कई समूहों और आतंकवादियों को दबाने में सफल रहा है। यह पूरे देश में सुरक्षा प्रदान कर रहा है।

 

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Created On :   5 Jun 2022 6:30 AM GMT

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