बेनजीर की हत्या में शामिल थे आसिफ अली जरदारी : मुशर्रफ

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। बेनजीर भुट्टो की हत्या केस में भगोड़ा घोषित होने के बाद अब पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने नया खुलासा किया है। परवेज मुशर्रफ ने आरोप लगाया कि बेनजीर भुट्टो की हत्या से सबसे अधिक फायदा पीपल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता और उनके पति आसिफ अली जरदारी को हुआ। परवेज मुशर्रफ ने इस संबंध में अपने फेसबुक पेज पर एक विडियो डालकर जरदारी पर आरोप लगाए हैं।
परवेज मुशर्रफ को हाल में ही पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो के मर्डर केस में भगोड़ा करार दिया गया है। परवेज मुशर्रफ ने अपने वीडियो में आरोप लगाया है कि आसिफ अली जरदारी भुट्टो परिवार के खात्मे के लिए जिम्मेदार हैं। वे बेनजीर व मुर्तजा भुट्टो की हत्या में शामिल रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक ने कहा जब भी कोई हत्या होती है, सबसे पहले यद देखा जाना कि इससे सबसे ज्यादा किसे फायदा होगा। परवेज मुशर्रफ ने कहा उनकी हत्या के बाद मुझे सब कुछ खोना पड़ा। मैं सत्ता में था, लेकिन इस हत्याकांड के बाद मेरी सरकार के सामने भारी परेशानी खड़ी हो गई। मुशर्रफ ने कहा केवल एक ही शख्स था, जिसे बेनजीर की हत्या से केवल और केवल फायदा होना था। वह शख्स आसिफ अली जरदारी थे।
परवेज मुशर्रफ ने क्या कहा
- मुशर्रफ ने आरोप लगाया "जरदारी पांच सालों तक सत्ता में रहे। सत्ता में रहते उन्होंने अपनी ही पत्नी की हत्या की जांच क्यों नहीं कराई?
- परवेज मुशर्रफ ने कहा जरदारी ने जांच पर इस लिए जोर नहीं दिया गया, क्योंकि वह स्वयं बेनजीर हत्याकांड में शामिल थे।
- मशर्रफ ने कहा सबूतों से साफ था कि बैतुल्ला मसूद और उसके लोग इस हत्याकांड में शामिल थे, पर सवाल यह है कि उन्हें ऐसा करने को किसने कहा था?
- मुशर्रफ ने कहा वह शख्स मैं इस लिए नहीं हो सकता, क्योंकि वह ग्रुप मुझसे और मैं उनसे नफरत करता था।
- बेनजीर की हत्या से सबसे ज्यादा जरदारी को ही मिलना था लाभ। मुशर्रफ ने कहा क्या यह उन पर उंगली उठाने की बड़ी वजह नहीं?
चुनावी रैली में हुई थी बेनजीर की हत्या
- पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह जनरल मुशर्रफ ने एक वीडियो मैसेज में जरदारी को बेनजीर के भाई मुर्तजा भुट्टो की हत्या के लिए भी जिम्मेदार ठहराया है।
- बेनजीर की हत्या में एंटी टेररिज्म कोर्ट ने 31 अगस्त को मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित करने के साथ ही पांच अन्य लोगों को बरी कर दिया था।
- 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत बाग में पीपीपी की एक चुनावी रैली में हुई थी बेनजीर की हत्या। हमले में 20 से ज्यादा अन्य लोग मारे गए थे।
- बेनजीर की जब हत्या हुई तब 54 साल की बेनजीर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की प्रमुख थीं। वह दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रही हैं।
- एंटी टेररिज्म कोर्ट ने जनरल मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित करने के साथ ही उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने के भी आदेश दिए हैं।
Created On :   21 Sept 2017 10:56 PM IST