रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच लोगों की मदद में जुटे मानवाधिकार संगठन को शांति का नोबल, बेलारुस में लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने वाले कैदी वकील भी चुने गए

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच लोगों की मदद में जुटे मानवाधिकार संगठन को शांति का नोबल, बेलारुस में लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने वाले कैदी वकील भी चुने गए
नोबेल पुरस्कार 2022 रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच लोगों की मदद में जुटे मानवाधिकार संगठन को शांति का नोबल, बेलारुस में लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने वाले कैदी वकील भी चुने गए
हाईलाइट
  • 10 अक्टूबर को होगी अर्थशास्त्र के नोबेल की घोषणा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार 2022 की घोषणा शुरु हो चुकी है। 6 अक्टूबर को दिए साहित्य के नोबेल के बाद आज शांति के नोबेल की घोषणा की गई। इस पुरस्कार के लिए नोबेल समिति ने रूसी मानवाधिकार संगठन मोमोरियल, यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज और जेल के सजा काट रहे बेलारुस के मानवाधिकार के अधिवक्ता एलेस बियालियात्स्की के नामों की घोषणा की। 

नोबेल पुरस्कार समिति ने अपने ट्वीट में कहा, "शांति पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति और संस्थाएं अपने-अपने देशों में सिविल सोसायटी का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने सालों तक सत्ता की आलोचना के अधिकार नागरिकों के बुनियादी अधिकारों के संरक्षण के लिए काम किया है। उन्होंने युद्ध अपराधों और सत्ता के दुरुपयोग के मामलों के डॉक्युमेंटेशन के लिए बेहतरीन काम किया है। वे शांति और लोकतंत्र के लिए सिविल की अहमियत को दिखलाते हैं। ऐसा करके उन्होंने अल्फ्रेड नोबेल के मूल्यों को पुनर्जीवित और सम्मानित किया है।"

तीनों नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाले विजेताओं के बारे में यहां जाने

एलेस बियालियात्स्की

एलेस 1980 के दशक में बेलारुस में हुए लोकतंत्र के आंदोलन की शुरुआत करने वाले व्यक्तियों में से एक थे। उन्होंने अपना सारा जीवन बेलारुस में लोकतंत्र को बढ़ावा देने में लगा दिया। एलेस ने साल 1996 में विआसना नाम के एक मानवाधिकार संगठन की स्थापना की। इस संगठन ने देश में राजनीतिक कैदियों पर होने वाले अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाने का काम किया साथ ही उनके परिवारों को सहायता की थी। एलेस को 2011 से 2014 तक जेल में रखा गया था। इसके बाद 2020 में शासन के विरुद्ध बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के लिए उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया था। तब से ही वो जेल में बंद हैं।

रुस का मानवाधिकार संगठन मेमोरियल

मेमोरियल संगठन पूर्व सोवियत संघ में साल 1987 में स्थापित किया गया था। इस संगठन का उद्देश्य कम्युनिस्ट शासन के अत्याचारों के शिकार लोगों को कभी न भुलाया जाना और उनकी सहायता करना था। इसके साथ ही इन उत्पीड़ित लोगों की आवाज पूरी दुनिया में पहुंचाना भी इस संगठन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक था। 

सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज संगठन यूक्रेन

यूक्रेन में मानवाधिकारों और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के उद्देशय से सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज संगठन की स्थापना की गई थी। इस संगठन के द्वारा यूक्रेन के समाज का एकत्रित करने और उन्हें मजबूत करने का काम किया गया। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रुस के हमले के बाद यूक्रेन के नागरिकों के विरुद्ध रूसी अपराधों की पहचान करने, उससे संबंधित डाक्यूमेंट एकत्रित करने का काम इस संगठन द्वारा बिना डरे किया गया।  

10 अक्टूबर को होगी अर्थशास्त्र के नोबेल की घोषणा

नोबेल पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक माना जाता है। यह पुरस्कार स्वीडन के करोलिंस्का संस्थान की नोबेल असेंबली द्वारा दिया जाता है। इस साल के नोबेल पुरस्कार सप्ताह का आगाज हो चुका है। बता दें कि अब तक चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति के नोबेल पुरस्कार पाने वाले नामों का ऐलान किया जा चुका है। अब 10 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में पुरस्कार पाने वाले विजेताओं के नामों का ऐलान किया जाएगा। 

बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार देश में सेना की तैनाती कम करने और शांति को स्थापित या विकास करने का काम किया हो।  
 

Created On :   7 Oct 2022 11:39 AM GMT

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