श्रीलंका पर दबदबा बढ़ा रहा चीन, भारत को भी घेरने की तैयारी

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श्रीलंका पर दबदबा बढ़ा रहा चीन, भारत को भी घेरने की तैयारी
श्रीलंका पर दबदबा बढ़ा रहा चीन, भारत को भी घेरने की तैयारी
हाईलाइट
  • इस प्रोजेक्ट के तहत चीन सरकार श्रीलंका पर अपना दबदबा बनाने के साथ भारत को भी घेरने की तैयारी कर रहा है।
  • यह इलाका आतंकी गुट LTTE का गढ़ माना जाता है।
  • श्रीलंका के उत्तरी इलाके में चीन सरकार एक प्रोजेक्ट के तहत मकान और सड़कों का निर्माण करना चाहती है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन इन दिनों श्रीलंका पर अपना दबदबा पूरी तरह कायम करने की योजना बना रहा है। श्रीलंका के उत्तरी इलाके में चीन सरकार एक प्रोजेक्ट के तहत मकान और सड़कों का निर्माण करना चाहती है। यह इलाका आतंकी गुट LTTE का गढ़ माना जाता है। इस प्रोजेक्ट के तहत चीन सरकार श्रीलंका पर अपना दबदबा बनाने के साथ भारत को भी घेरने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि यह वही क्षेत्र है, जहां श्रीलंका सरकार और अल्पसंख्यक तमिल अलगाववादियों के बीच 26 साल तक गृहयुद्ध चला था, जो 2009 में समाप्त हुआ।

कोलंबो में चीनी दूतावास के राजनीतिक मामलों के प्रमुख लुओ शोंग ने कहा, "चीन श्री लंका के उत्तर और दक्षिण में पुनर्निमाण कार्य को लेकर मदद करना चाहता है, क्योंकि स्थिति अब बदल चुकी है। हम उत्तर और दक्षिण के दूरस्थ इलाकों में और प्रॉजेक्ट लाना चाहते हैं। यह सब श्रीलंका सरकार और तमिल समुदाय की मदद से करना चाहते हैं।"

पेइचिंग श्रीलंका के जिस उत्तरी इलाके में मकान और सड़कों का निर्माण करना चाहता है, उनमें से ज्यादातर गृहयुद्ध के एक दशक के बाद भी बदहाल स्थिति में हैं। चीन के इस प्रोजेक्ट से श्रीलंकाई लोग बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आ रहे हैं। लोग तो चीन की आलोचना यह कहकर भी कर रहे हैं कि वह दो करोड़ से अधिक जनसंख्या वाले इस देश को कर्ज में धकेल रहा है। लोगों का कहना है कि चीन अपने कर्ज तले श्रीलंका को दबाना चाहता है।

इस पूरे मामले में श्रीलंका के दो सीनियर मंत्रियों ने अपना बयान साझा किया है। उनके अनुसार इस घर, सड़क और वॉटर स्टॉरेज बनाने के लिए भारत से भी बात की थी, मगर चीन ने भारत से कम कीमत पर बनाने की पेशकश की। नाम न छापने की शर्त पर अन्य एक मंत्री ने कहा कि वे ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम भी अपने हाथों में लेना चाहते हैं। इसमें सड़क बनाना, वॉटर प्रॉजेक्ट को कम कीमत और कम समय में बनाने की बात कही है।

चीन की सरकारी कंपनी को मिला था ठेका


चीन की एक सरकारी कंपनी चाइना रेलवे पेइचिंग इंजीनियरिंग ग्रुप कंपनी लिमिटेड को अप्रैल में जाफना के उत्तरी जिले में 40 हजार घरों के निर्माण का ठेका मिला था। यह परियोजना 300 मिलियन डॉलर की थी। इस परियोजना के लिए चीन के एक्जिम बैंक को धन उपलब्ध कराना है। यह प्रॉजेक्ट एक बार पहले भी रुक चुका है, जब स्थानीय लोगों ने कंक्रीट की जगह ईंटों से घर बनाने की मांग की थी। लोगों ने इसके पीछे पारंपरिक आवास का हवाला दिया।
बता दें कि परियोजना के पहले चरण में भारत यहां 44 हजार घरों का निर्माण कर चुका है और गृहयुद्ध में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त पलाली हवाई अड्डे और कंकेशंथुरई बंदरगाह के पुनर्निर्माण की योजना बना रहा है।

भारत-श्रीलंका के संबंध
भारत के दक्षिण में स्थित पड़ोसी देश श्रीलंका और भारत के बीच काफी पुराने संबंध हैं। श्रीलंका और भारत दोनों ही काफी पुराने मित्र देश हैं। श्रीलंका के तमिल समुदाय के लोगों के साथ भारत की संस्कृति भी काफी समान है। तमिल समुदाय के लोग उत्तर और दक्षिणी इलाकों में रहते हैं।

Created On :   25 Aug 2018 12:13 PM GMT

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