चीन की सीनाजोरी : 'डोकलाम हमारा क्षेत्र, निर्माण सैनिकों को सुविधाएं देने के लिए'

China says, construction work is to provide facilities to soldiers
चीन की सीनाजोरी : 'डोकलाम हमारा क्षेत्र, निर्माण सैनिकों को सुविधाएं देने के लिए'
चीन की सीनाजोरी : 'डोकलाम हमारा क्षेत्र, निर्माण सैनिकों को सुविधाएं देने के लिए'

डिजिटल डेस्क, पेइचिंग। डोकलाम क्षेत्र में अपने सैन्य शिविरों और निर्माण कार्यों पर चीन ने जवाब दिया है। चीन ने इस विवादित क्षेत्र में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कामों को जायज ठहराया है। चीन ने कहा है कि वह अपने सैनिकों और वहां रह रहे लोगों को मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ढांचागत निर्माण कर रहा है और इसमें कुछ गलत नहीं है। चीन का कहना है कि डोकलाम के जिस क्षेत्र में निर्माण कार्य किए गए हैं, वह क्षेत्र चीन का हैं, इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

गौरतलब है कि गत बुधवार को सामने आई कुछ सैटेलाइट तस्वीरों में खुलासा हुआ था कि चीन ने डोकलाम के उत्तरी क्षेत्र में भारी भरकम सैन्य साजो सामान इकट्ठा कर लिया है। उसने इस क्षेत्र में कई सैन्य शिविर बना लिए हैं। सैटेलाइट तस्वीरों में चीनी सेना के शिविर, टैंक, आर्म्ड व्हीकल और मिसाइलें स्पष्ट रूप से नजर आ रहे थे।


तस्वीरें सामने आने के बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने गुरुवार को कहा कि चीन ने कोई अवैध कदम नहीं उठाया है। वह अपनी सीमा में रहकर निर्माण कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा, "निर्माण कार्यों का मकसद सैनिकों और हमारे इलाके में रह रहे लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। सीमा पर गश्त करने, उत्पादन सुधारने के साथ ही सैनिकों व स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए चीन ने ढांचागत निर्माण कार्य किए हैं। इसमें डोकलाम क्षेत्र में बनाई गई सड़कें भी शामिल हैं।"

गौरतलब है कि इसी साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।

बता दें कि डोकलाम भूटान का क्षेत्र है, जिस पर चीन अपना हिस्सा होने का दावा करता आया है। वहीं भारत का कहना है कि चीन डोकलाम पर कब्जा कर भारत-चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन का नक्शा बिगाड़ना चाहता है।

Created On :   19 Jan 2018 7:28 PM IST

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