सीमा विवाद का असर आपसी व्यापार पर न पड़े : चीनी मीडिया की धमकी

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। भारत-भूटान सीमा क्षेत्र पर ताजा तनाव से एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय देशों के बीच प्रस्तावित वृहद आर्थिक समझौते की योजना को खतरा नहीं होना चाहिए। इस समझौते पर हैदराबाद में बातचीत हो रही है। यह बात भारत को धमकी भरे अंदाज में चीन के एक सरकारी दैनिक अखबार ने कही। चीनी मीडिया ने कहा है कि सीमा पर विवाद और आर्थिक समझौता दोनों अपनी-अपनी जगह पर रहना चाहिए।
अखबार के लेख में कहा गया है कि यदि भारत मुक्त व्यापार वार्ताओं को विफल करने के लिए सीमा पर तनाव भड़काता है तो चीन भी उसका जवाब देगा और अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करेगा। अखबार में कहा गया है कि सीमा संबंधी संप्रभुता पर किसी भी हालत में समझाौता नहीं किया जा सकता।
तनाव कम करें और व्यापार बढ़ाएं
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के मुख पत्र ग्लोबल टाइम्स में शुक्रवार को प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसेप) समूह की वार्ताओं में भाग लेने वाले देशों में भारत और चीन दो सबसे बड़ी और प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं हैं। उनके सामने इस समय चुनौती है कि दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव को बढ़ने से कैसे रोका जाए और व्यापार वार्ता में शामिल बिंदुओं पर सहमति कैसे बनाई जाए।
इसमें कहा गया है कि चीन को उम्मीद है कि भारत कार्रवाई को नियंत्रित रखने और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर सकता है कि सीमा पर तनाव न बढ़े और तनाव से आरसेप की बैठक में सहयोग का माहौल न बिगड़े। आरसेप की बैठक हैदराबाद में 18 जुलाई को तकनीकी स्तर की बातचीत से शुरू हुई है। 24 जुलाई को औपचारिक चर्चाएं शुरू होंगी।
Created On :   21 July 2017 6:34 PM IST