ट्रंप कराएंगे इफ्तार डिनर, व्हाइट हाउस में 13 जून को होगा आयोजन

ट्रंप कराएंगे इफ्तार डिनर, व्हाइट हाउस में 13 जून को होगा आयोजन
हाईलाइट
  • ट्रंप से पहले बराक ओबामा
  • जॉर्ज बुश
  • बिल क्लिंटन जैसे अमेरिका के सभी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर कराते थे मगर ट्रंप ने 2017 में इफ्तार डिनर पार्टी को रद्द कर मुस्लिमों को बड़ा झटका दिया था।
  • पिछले साल ट्रंप ने इफ्तार पार्टी का आयोजन न करके करीब 20 साल की परंपरा को तोड़ दिया था।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बार रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिमों को व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर

डिजिटल डेस्क,वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बार रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिमों को व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर कराएंगे। व्हाइट हाउस के अधिकारी के मुताबिक 13 जून को इफ्तार डिनर पार्टी का आयोजन किया जाएगा। हालंकि अभी तक ऑफिस की तरफ से गेस्ट लिस्ट जारी नहीं की गई है।

 

 

 

ट्रंप ने ही तोड़ी थी इफ्तार पार्टी देने की परंपरा 

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका की सत्ता में आने के बाद पहली बार व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। पिछले साल ट्रंप ने इफ्तार पार्टी का आयोजन न करके करीब 20 साल की परंपरा को तोड़ दिया था। दरअसल व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर कराने की परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है। ट्रंप से पहले बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन जैसे अमेरिका के सभी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर कराते थे मगर ट्रंप ने 2017 में इफ्तार डिनर पार्टी को रद्द कर मुस्लिमों को बड़ा झटका दिया था।

 

 

हिलेरी क्लिंटन ने की थी व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर पार्टी की शुरुआत

1996 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के शासन में मुस्लिमों के साथ आपसी सौहार्द के लिए इफ्तार पार्टी देने की शुरुआत हिलेरी क्लिंटन ने की थी, जिसको पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और बराक ओबामा ने जारी रखा। इस इफ्तार पार्टी में मुस्लिम समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों के साथ ही मुस्लिम देशों के राजनयिक और सीनेटर शामिल होते हैं। 


 

पिछले साल ट्रंप के मुस्लिमों को दिया था बड़ा झटका

ऐसे तो ट्रंप के मुस्लिमों से संबंध भी असहज हैं। पिछले साल राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद ट्रंप ने अमेरिका में अन्य देशों के मुस्लिमों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। ट्रंप ने उन्हें रिफ्यूजी और आतंकी करार दिया था। यहां तक कि ट्रंप ने एक ऐसे कार्यकारी आदेश पर भी हस्ताक्षर किया था जिसके तहत ईरान, ईराक और सीरिया जैसे कई देशों के मुस्लिमों पर अमेरिका में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। 

 

 

इस साल ट्रंप ने मुस्लिमों से एकजुट होने की अपील की

पिछले साल ट्रंप ने इफ्तार पार्टी देने की बजाय सिर्फ शुभकामनाएं देकर वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ दिया था। हालांकि इस बार ट्रंप के तेवर थोड़े नरम नजर आ रहे हैं। इस बार उन्होंने रमजान महीने के शुरू होने पर भी मु्स्लिम समुदाय को बधाई दी थी और इफ्तार डिनर पार्टी भी रखी जा रही है। रमजान शुरू होने पर डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम समुदाय को बधाई देते हुए कहा था कि,दुनिया में शांति ही सबसे ऊपर है इसलिए हिंसा को छोड़कर सबको आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।

 

 

हिंसा से मुंह मोड़कर आतंक के खिलाफ लड़ें

उन्होंने मुबारकबाद देते हुए कहा था, उम्मीद की जाती है कि हिंसा से मुंह मोड़ा जाएगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ मिलेगा। उन्होंने ये भी कहा था कि रमजान से एक शक्ति मिलती है, जिससे हिंसा को अस्वीकार करके शांति को बहाल किया जा सकता है। 

Created On :   4 Jun 2018 3:33 AM GMT

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