चीन में रेशम मार्ग तटीय प्राचीन सभ्य देशों के 192 सांस्कृतिक अवशेषों की प्रदर्शनी
बीजिंग, 13 जून (आईएएनएस)। भू-मध्य सागर से चीन तक : रेशम मार्ग पर खजाना शीर्षक एक प्रदर्शनी 12 जून को मध्य चीन के हुनान प्रांत की राजधानी छांगशा में उद्घाटित हुई। मौजूदा प्रदर्शनी में दिवंगत जापानी चित्रकार हिरायामा इकुओ रेशम मार्ग आर्ट गैलरी में सुरक्षित 192 सांस्कृतिक अवशेषों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
बताया गया है कि प्रदर्शित सांस्कृतिक वस्तुएं हिरायामा इकुओ दंपति द्वारा सुरक्षित हैं, जो ईसा-पूर्व 2 हजार से ईस्वी 8वीं शताब्दी तक भू-मध्य सागरीय क्षेत्र, टिगरिस व यूफरेट्स दोनों नदियां और ईरानी क्षेत्र, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत क्षेत्र आदि रेशम मार्ग के तटीय इलाके की कलात्मक वस्तुएं हैं।
इन वस्तुओं में ग्रीक रंगीन मिट्टी के बर्तन, रोम और फारसी में कांच के बने पदार्थ, फारसी में सोने और चांदी के बर्तन, रेशम मार्ग पर सोने और चांदी के सिक्के, मध्य एशियाई ब्रोकेड और भारतीय बौद्ध मूर्तियां आदि शामिल हैं। इनके अलावा, प्रदर्शित वस्तुओं में हिरायामा इकुओ के कुछ चित्र भी शामिल हैं।
बता दें कि विश्वविख्यात कलाकार हिरायामा इकुओ रेशम मार्ग के तटीय देशों और क्षेत्रों की कई बार यात्रा कर चुके थे। बड़ी मात्रा में सुन्दर चित्र बनाने के साथ-साथ वे रेशम मार्ग पर सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण पर लगे हुए थे। उन्होंने रेशम मार्ग के तट पर विभिन्न सभ्यता वाले प्राचीन सांस्कृतिक अवशेषों को इकट्ठे करके संरक्षण किया और प्रदर्शित किया। हिरायामा इकुओ जापान-चीन मैत्री संघ के चौथे अध्यक्ष थे, उन्हें चीन-जापान मैत्री दूत माने जाते थे और सांस्कृतिक आदान-प्रदान योगदान पुरस्कार भी मिला।
साल 2018 से 2019 तक हिरायामा इकुओ द्वारा सुरक्षित रेशम मार्ग पर सांस्कृतिक अवशेषों की प्रदर्शनी क्रमश: तुनहुआंग अनुसंधान संस्थान, चीनी राष्ट्रीय संग्रहालय आदि स्थलों में की जा चुकी थी, छांगशा शहर इस प्रदर्शनी श्रृंखला का सातवां पड़ाव रहा है।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
Created On :   14 Jun 2020 1:00 AM IST