Nehal Modi Arrested: इतिहास के सबसे बड़े बैंक घोटाले मामले में नीरव मोदी के भाई नेहल को किया गिरफ्तार, अमेरिका में ऐसे पकड़ाया आरोपी

- पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोप नीरव मोदी के भाई को किया गिरफ्तार
- अमेरिकी अधिकारियों और भारतीय जांच एजेंसियों ने ऐसे पकड़ा
- नेहल मोदी पर क्या आरोप लगे?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक स्कैम मामले में भगोड़ा घोषित नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को अमेरिका में अरेस्ट कर लिया गया है। ये मामला जब से सामने आया है, तब से भारत की दो बड़ी एजेंसियां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही हैं। अमेरिका के अधिकारियों ने बताया कि बीते शुक्रवार को नेहल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई एक्स्ट्राडिशन रिक्वेस्ट के आधार पर की गई है। अब इस मामले में 17 जुलाई को सुनावाई होगी।
नेहल मोदी पर लगे ये आरोप
साल 2019 में इंटरपोल ने नेहल मोदी और उनकी बहन पूर्वी मोदी मेहता के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा गया है कि पीएनबी घोटाले से जुड़े साक्ष्यों को नेहल ने नष्ट कर दिए है और उन्होंने जानबूझकर मनी लॉन्डिंग को छिपाने में उनकी (नीरव) मदद की थी। उनकी (नेहल) भूमिका ये थी कि पंजाब नेशनल बैंक में 13,600 करोड़ रूपए के घोटाले के बाद नेहल दुबई और हांगकांग स्थित डमी कंपनियों के निदेशकों से जुड़े सभी सेल फोन नष्ट कर दिए थे। इतना ही नहीं नीरव मोदी को कैरो (मिस्त्र देश) पहुंचने के लिए टिकटों का इंतजाम किया था। यानी नीरव के हर काले धन को सफेद करने की जिम्मेदारी नेहल की थी।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
घोटाले के बाद से ही ईडी और सीबीआई दोनों भाईयों की तलाश कर रही है। जानकारी मिली थी कि नेहल अमेरिका में छिपा है। उसके बाद दोनों एजेंसियों ने प्रत्यर्पण का अनुरोध किया। जिसके बाद उस पर शिकंजा कस कर गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्त (आरोपी) की गिरफ्तारी की जानकारी यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने दी है और कहा कि भगोड़े आर्थिक अभियुक्त नीरव मोदी के भाई नेहल को 4 जुलाई को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। ये कार्रवाई ईडी और सीबीआई के साथ अमेरिका अधिकारियों ने प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर की गई हैं। जिसकी अगली सुनवाई 17 जुलाई 2025 को होगी। इस बीच अभियुक्त जमानत के लिए आवेदन कर सकता हैं, जिसके लिए अमेरिका के अभियोजन पक्ष (अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज करने वाला) ने विरोध करने की बात कही है।
कब हुआ था पीएनबी घोटाला
पीएनबी घोटाले की शुरूआत 14 मई 2018 को हुई थी। बैंक से नीरव मोदी ने 13,600 करोड़ रूपए अवैध तरीके से लिए थे। इस मामले में मुख्य अभियुक्त जौहरी और डिजाइनर नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चोकसी और अन्य परिवारों के नाम शामिल हैं। घोटाले की खबर सामने आने के पहले ही दिन नीरव मोदी अपने रिश्तेदारों के साथ विदेश भाग गया था। इस घोटाले को बैंकिंग सेक्टर इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है।
Created On :   5 July 2025 7:32 PM IST