भारत रवाना होने से पहले मोदी ने ब्रिटेन से माल्या, ललित के प्रत्यर्पण में मांगी मदद

डिजिटल डेस्क, हैम्बर्ग। जी-20 शिखर सम्मेलन से भारत के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने शनिवार को ब्रिटिश पीएम टेरिज़ा मे से चर्चा में आग्रह किया कि वे बैंकों से करोड़ाें रुपए लेकर ब्रिटेन भागे विजय माल्या और ललित मोदी के भारत को प्रत्यर्पण में मदद करें।
मोदी की यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के साथ अलग से बैठक हुई। इस बैठक में भगोड़े अभियुक्तों को भारत को सौंपने के मामलों में ब्रिटेन की मदद मांगी गई। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और ब्रिटेन के संबंधों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बैठक के बाद ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री ने भागे हुए भारतीय आर्थिक अपराधियों को लौटाने में ब्रिटेन के सहयोग के लिये कहा। यह पूछे जाने पर कि क्या यह अनुरोध केवल माल्या के मामले तक सीमित था या इसमें ललित मोदी का भी उल्लेख किया गया तो बागले का जवाब था, 'मैं विवरण में नहीं पड़ना चाहता पर ट्वीट में जो शब्दावली प्रयोग की गई है उसमें भाग कर गए आर्थिक अपराधियों का उल्लेख है और यह बहुवचन में है।'
इसलिए मोस्ट वांटेड हैं माल्या
गौरतलब है कि किंगफिशर एयरलाइंस के 9,000 करोड़ रुपए के ऋण को नहीं लौटाए जाने के मामले में माल्या की भारत में तलाश है। वह मार्च 2016 से ही ब्रिटेन में हैं। भारत में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है। ब्रिटेन से उनको भारत भेजने के मामले में लंदन की एक अदालत में सुनवाई चल रही है। भारत और ब्रिटेन के बीच प्रर्त्यपण संधि है, जिस पर 1992 में हस्ताक्षर किए गए थे। हालांकि इस संधि के तहत अब तक केवल एक प्रत्यर्पण ही हो पाया है। संधि के तहत समीरभाई वीनूभाई पटेल को पिछले साल अक्टूबर में भारत को लौटा दिया गया, ताकि उन पर 2002 में गुजरात में गोधरा कांड के बाद के दंगों के मामले में मुकदमा चलाया जा सके।
Created On :   8 July 2017 8:51 PM IST