हाफिज सईद के चुनाव लड़ने की घोषणा से टेंशन में है अमेरिका

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। जमात उद दावा चीफ हाफिज सईद के पाकिस्तान में आम चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अमेरिका टेंशन में है। विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट के एक बयान से इस बात की पुष्टि होती है। इस मामले में नोर्ट ने कहा है कि एक आतंकी संगठन के चीफ का आम चुनाव में पार्टिसिपेट करना निश्चित ही चिंता करने वाली बात है। उन्होंने कहा, "हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का नेता है जो कि एक आतंकवादी संगठन है। सूचना मिल रही है कि वह किसी बड़े पद के लिए चुनाव लड़ेगा। यह सिर्फ अमेरिका के लिए ही चिंता का विषय नहीं है बल्कि यह खुद पाकिस्तान के लिए भी चिंता की बात है।"
हीथर नोर्ट ने कहा, "नवंबर में नजरबंदी से सईद की रिहाई पर अमेरिका ने बहुत कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। इस मुद्दे हमारी पाकिस्तान सरकार के साथ कई बार बातचीत भी हुई है लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया है।"
गौरतलब है कि हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा ने इसी साल अगस्त में अपनी राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) का गठन किया था। MML ने अगस्त में ही अगले आम चुनाव लड़ने की बात कही थी। हालांकि पाकिस्तान चुनाव आयोग हाफिज सईद की इस पार्टी को राजनीतिक दल की मान्यता देने से दो बार इनकार कर दिया है। पाकिस्तान के राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर MML को चुनाव आयोग की मान्यता नहीं मिलती है तो हाफिज सईद प्रॉक्सी उम्मीदवार या किसी और पार्टी से खड़ा हो सकता है। नजरबंदी से रिहा होने के बाद हाफिज सईद ने भी इसकी खुले तौर पर घोषणा कर दी थी। हाफिज सईद ने कहा था कि MML के जरिये हम पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में जगह बनाएंगे।
बता दें कि पाकिस्तान में 2018 में आम चुनाव होने हैं। वर्तमान में यहां PML-N की सरकार है और शाहिद खाकन अब्बासी प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने नवाज शरीफ के पनामा पेपर्स मामले में दोषी पाए जाने के बाद पाक प्रधानमंत्री का पद सम्भाला था।
Created On :   20 Dec 2017 8:14 PM IST