सोमालियाई लोगों की मदद के लिए मानवीय प्रतिक्रिया योजना ने फंड की मांग की

- टिड्डियों के संक्रमण से फसल उत्पादन में आई कमी
डिजिटल डेस्क, मोगादिशु । संयुक्त राष्ट्र और अन्य साझेदारों ने 2022 के लिए मानवीय प्रतिक्रिया योजना (एचआरपी) शुरू की है, जिसमें सोमालिया में सबसे कमजोर लोगों में से 50 लाख से ज्यादा की मदद के लिए लगभग 1.5 अरब डॉलर की मांग की गई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओसीएचए) ने कहा कि वह सूखा प्रभावित समुदायों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष से 1.7 करोड़ डॉलर जारी कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने मोगादिशु में जारी एक बयान में कहा सोमालिया में लोगों की जान बचाने और मानवीय तबाही को रोकने के लिए हमें अभी फंडिंग जारी करनी चाहिए, ताकि लोग खुद को और ज्यादा भूख और दरिद्रता से बचा सकें। ग्रिफिथ्स ने कहा मैं इस नेतृत्व का पालन करने के लिए अन्य दाताओं पर भरोसा करता हूं और उनसे सोमालिया मानवतावादी कोष का उदारतापूर्वक समर्थन करने का आग्रह करता हूं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सोमालिया में लोगों ने दशकों के संघर्ष, बार-बार होने वाले जलवायु झटके और बीमारी के प्रकोप को सहा है, जिसमें कोरोना महामारी के प्रभाव भी शामिल हैं। लंबे समय तक रेगिस्तानी टिड्डियों के संक्रमण ने सोमालिया में फसल और आजीविका को भी प्रभावित किया है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि 2022 में सोमालिया में लगभग 7.7 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता और सुरक्षा की आवश्यकता होगी।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि एचआरपी सबसे कमजोर लोगों के लिए जीवन रक्षक सहायता को प्राथमिकता देगा, जिसमें 5 साल से कम उम्र के दस लाख बच्चे शामिल हैं, जिनकी भूख, तीव्र कुपोषण, सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों और प्रकोप, दुर्व्यवहार, हिंसा और विस्फोटक अध्यादेशों के जोखिम के प्रसार को कम करना हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र ने कहा साझेदार आजीविका और आवश्यक सेवाओं तक सुरक्षित, न्यायसंगत और सम्मानजनक पहुंच सुनिश्चित करके मानवीय सहायता की आवश्यकता वाले 5.5 मिलियन लोगों के जीवन को बनाए रखने का प्रयास करेंगे।
सोमालिया में मानवीय प्रतिक्रिया का उद्देश्य सुरक्षा की केंद्रीयता के प्रति प्रतिबद्धताओं को कायम रखना है। सोमालिया के मानवीय मामलों और आपदा मंत्री खदीजा दिरिया ने कहा कि मौजूदा सूखे ने आजीविका को तबाह कर दिया है और परिवारों को आपदा के कगार पर धकेल दिया है। दिरिया ने कहा तत्काल मानवीय सहायता के बिना, सोमालिया में बच्चे, महिलाएं और पुरुष भूख से मरने लगेंगे।
(आईएएनएस)
Created On :   21 Dec 2021 3:01 PM IST












