कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध हुआ तो पहले ही दिन मारे जाएंगे तीन लाख लोग

If it happens, three lakh people will be killed in first day
कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध हुआ तो पहले ही दिन मारे जाएंगे तीन लाख लोग
कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध हुआ तो पहले ही दिन मारे जाएंगे तीन लाख लोग

डिजिटल डेस्क, सियोल। नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम और न्यूक्लियर वेपंस के परीक्षण के बाद दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और नार्थ कोरिया के बीच शुरू हुए धमकियों के अंतहीन सिलसिले ने कोरियाई प्रायद्वीप को युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है। अमेरिका कांग्रेस के थिंकटैंक कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों देशों के बीच अगर युद्ध छिड़ गया तो न्यूक्लियर वेपंस नहीं इस्तेमाल किए जाने की स्थिति में भी भारी जनसंहार होगा। स्थिति यह हो सकती है कि पहले ही दिन तीन लाख से अधिक लोग मारे जाएं। न्यूक्लियर वेपंस  इस्तेमाल होने की स्थिति में तो जो महाविनाश होगा, उसकी कल्पना ही नहीं की जा सकती। 

 

पहले ही दिन मर सकते हैं तीन लाख लोग
अमेरिकी कांग्रेस के थिंक टैंक कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की एक रिपोर्ट के हवाले से ब्लूमबर्ग ने नुकसान का आकलन किया है। आकलन की 62 पन्नों की यह रिपोर्ट अमेरिकी सांसदों को भेजी गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर युद्ध हुआ तो कोरियाई प्रायद्वीप के 2.5 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित होंगे। एक लाख के करीब अमेरिकी नागरिक भी युद्ध से प्रभावित होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर युद्ध में पारंपरिक हथियारों का ही इस्तेमाल किया गया तो भी दोनों ओर  से मरने वाले लोगों की संख्या 30 हजार से लेकर 3 लाख तक हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नार्थ कोरिया के पास 10 हजार राउन्ड प्रति मिनट की गति से फायरिंग की क्षमता है। यह क्षमता बहुत बड़ी संख्या में जनसंहार करने में सक्षम है। अगर न्यूक्लियर वेपंस का इस्तेमाल किया गया, तो इससे होने वाले विनाश का अनुमान लगाना बेहद कठिन है।

 

चीन, जापान, रूस तक फैल सकता है प्रभाव
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और नार्थ कोरिया के बीच युद्ध छिड़ने की स्थिति में तब और भयावह स्थिति पैदा हो सकती है, जब इसका प्रभाव फैल कर चीन, जापान और रूस को भी अपनी जद में ले लेगा। इसके बाद स्थिति विकराल हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्थिति अमेरिका के लिहाज से नुकसानदेह साबित हो सकती है। नार्थ कोरिया से मुकाबले के लिए बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिकों को कोरियाई प्रायद्वीप में जाना पड़ेगा। इतनी बड़ी संख्या में होने वाले जमाव की वजह से अमेरिकी सेनाओं को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि फिलहाल जैसी स्थितियां हैं, उसमें अगर युद्ध हुआ तो चीन और रूस दोनों ही इस युद्ध में कूद पड़ेंगे। इसके बाद यह युद्ध केवल कोरियाई प्रायद्वीप तक ही सीमित नहीं रह जाएगा। कोरियाई प्रायद्वीप के बाहर फैलने की स्थिति में युद्ध बहुत विकराल हो जाएगा, जिसमें बहुत बड़े पैमाने पर विनाश होगा।  
 

Created On :   28 Oct 2017 6:31 PM IST

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