रूसी हमले के बीच यूक्रेन में बिजली-पानी की कमी से जूझ रहे लोग, तेज ठंड ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, जीना हुआ दूभर 

बेहाल यूक्रेन पर सर्दियों की मार रूसी हमले के बीच यूक्रेन में बिजली-पानी की कमी से जूझ रहे लोग, तेज ठंड ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, जीना हुआ दूभर 
हाईलाइट
  • यूक्रेन के 1 करोड़ से ज्यादा लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच बीते 10 महीने से चल रहा युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच यूक्रेन बिजली-पानी की कमी और सर्दियों ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। एक तरफ जहां लोगों को घर से बाहर निकलने पर रूसी हमलों का डर है वहीं घर के अंदर रहने पर बिजली-पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन की राजधानी कीव समेत अन्य बड़े शहरों में पानी की कमी के चलते सप्लाई बंद कर दी गई है। वहीं रूस के हमलों में पावर प्लांटों के क्षतिग्रस्त होने से बिजली का उत्पादन भी पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रहा है। जिस कारण बिजली की सप्लाई भी ठीक तरह से नहीं हो पा रही है। मीडिया से बात करते हुए कीव की एक महिला ने बताया कि, कीव की बहुत सारी बहुमंजिला इमारतों में पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। बिजली भी बहुत कम समय के लिए आ रही है। उन्होंने कहा कि रूसी हमलों में शहर के हालात ऐसे हो गए हैं जैसे हम पाषाण काल में जी रहे हों। 

महिला ने बताया कि मैं एक 26 मंजिला इमारत में रहती हूं। पिछले 24 घंटे के दौरान केवल आधा घंटे के लिए बिजली आई थी। ऐसी स्थिति में हम अपनी जिंदगी की सबसे बुरी सर्दियों की ओर बढ़ रहे हैं। बता दें कि 20 नवंबर को रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड सिस्टम पर मिसाइल अटैक किए थे। जिसके चलते यूक्रेन की राजधानी कीव के चलते अन्य शहरों की बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है। देश के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि यूक्रेन के 1 करोड़ से ज्यादा लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। वहीं सरकारी बिजली प्रदाता कंपनी यक्रेनेरगो की तरफ से भी कहा गया कि संकट गहरा है जिसके चलते बिजली की कटौती करनी पड़ रही है। 

बिजली संकट के बीच लोगों को ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह लगेंगे अलाव

यूक्रेन में सर्दियां शुरु हो चुकी हैं। राजधानी कीव समेत देश के अन्य इलाकों में बर्फबारी हो रही है। ऐसे में बिजली होने के कारण लोग कड़कड़ाती ठंड से परेशान हैं। इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने सामुदायिक हीटिंग प्वाइंट बनाने का निर्णय लिया है। लोग इन प्वाइंटों पर जाकर आग सेंक सकेंगे और ठंड से अपना बचाव कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त बिजली की कमी के चलते लोगों के फोन चार्ज नहीं हो पा रहे, जिसके लिए सरकार ने राजधानी कीव में 528 इमरजेंसी प्वाइंट बनाए हैं। जहां जाकर लोग अपना फोन चार्ज कर पाएंगे। इनके अलावा बिजली की कमी से कीव में पब्लिक ट्रांसपोर्ट और स्वास्थ्य संसथानोंलोगों की सहायता के लिए यहां के कुछ साधन संपन्न लोग भी सामने आए हैं। उनकी तरफ से खाने के पैकेट, पावर बैंक और फ्लैशलाइट लोगों में बांटे जा रहे हैं।  

मिसाइल अटैक से पोलैंड हुआ सतर्क, बॉर्डर पर बढ़ाई सतर्कता

कुछ दिन पहले रूस और यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड में एक मिसाइल जाकर गिरी थी। इस हमले में पोलैंड के दो लोग मारे गए थे। जिसके बाद पोलैंड ने ऐसी किसी स्थिति से बचने के लिए बॉर्डर पर जर्मन मिसाइल की तैनाती कर दी है। बता दें कि जो मिसाइल पोलैंड में गिरी थी उसका आरोप रूस के ऊपर लगा था। जिसके बाद हुई जांच में सामने आया कि रूसी अटैक से बचने के लिए यूक्रेन ने मिसाइल चलाई थी जो पोलैंड के एरिया में जाकर गिरी थी।  

Created On :   22 Nov 2022 8:39 AM GMT

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