भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ IMF की मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त

- केरल की रहने वाली हैं गोपीनाथ।
- गीता गोपीनाथ
- मौरी ओब्सफ़ेल्ड की जगह लेंगी। मौरी इस साल के अंत में रिटायर होंगे।
- भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ IMF की मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की बेटी ने एक बार फिर पूरी दुनिया में अपने देश का नाम रोशन किया है। भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त की गई हैं। IMF में इस पद पर पहुंचने वाली गीता दूसरी भारतीय बन गई हैं। उनसे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन आईएमएफ में प्रमुख अर्थशास्त्री रह चुके हैं।
Gita Gopinath is an outstanding economist, with impeccable academic credentials, a proven track record of intellectual leadership, and extensive international experience. I am delighted to name such a talented figure as the IMF’s Chief Economist. https://t.co/meElAmfLX6
— Christine Lagarde (@Lagarde) October 1, 2018
गीता गोपीनाथ की नियुक्ति के संबंध में IMF ने ट्विटर पर जानकारी दी है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा, गोपीनाथ दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। उनके पास उम्दा शैक्षणिक योग्यता के साथ व्यापक अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है। गोपीनाथ, मौरी ओब्सफ़ेल्ड की जगह लेंगी। मौरी इस साल के अंत में रिटायर होंगे।

2001 से 2005 तक गीता शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं। इसके बाद 2005 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के तौर पर उनकी नियुक्ति हुई। 2010 में गीता इसी यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर बनीं और फिर 2015 में वे इंटरनेशनल स्टडीज एंड ऑफ इकनॉमिक्स की प्रोफेसर बनीं।

गीता गोपीनाथ ने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई भारत में ही पूरी की है। उन्होंने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में ही मास्टर डिग्री पूरी की। 1994 में गीता वाशिंगटन यूनिवर्सिटी चली गईं। 1996 से 2001 तक में उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की।

गीता अमेरिकन इकनॉमिक्स रिव्यू की सह-संपादक और नेशनल ब्यूरो ऑफफ इकनॉमिक रिसर्च (NBER) में इंटरनेशनल फाइनेंस एंड मैक्रोइकनॉमिक की सह-निदेशक भी हैं। गीता ने व्यापार और निवेश, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट, मुद्रा नीतियां, कर्ज और उभरते बाजार की समस्याओं पर लगभग 40 रिसर्च लेख लिखे हैं।

गीता गोपीनाथ मूलरूप से केरल की रहने वाली हैं। केरल सरकार ने पिछले साल गीता को राज्य का वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया था। गीता गोपीनाथ इस समय हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल स्टडीज़ ऑफ़ इकनॉमिक्स में प्रोफेसर हैं। उन्होंने इंटरनेशनल फाइनेंस और मैक्रोइकनॉमिक्स में रिसर्च की है।
Created On :   2 Oct 2018 9:36 AM IST