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दैनिक भास्कर हिंदी: RCEP समझौते में शामिल नहीं होगा भारत, घरेलू उद्योगों के हित को ध्यान में रखकर फैसला
हाईलाइट
- भारत ने RCEP में शामिल नहीं होने का फैसला किया है
- घरेलू उद्योगों के हित को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया है
- आरसेप एक अंब्रेला ट्रेड एग्रिमेंट है जिसमें 16 देश शामिल हैं
डिजिटल डेस्क, बैंकॉक। भारत ने रीजनल कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। घरेलू उद्योगों के हित को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया है। सूत्रों के अनुसार आरसेप शिखर सम्मेलन में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आरसेप समझौते का मौजूदा स्वरूप भारत के दीर्घकालिक मुद्दों और चिंताओं का संतोषजनक रूप से समाधान पेश नहीं करता।'
पीएम ने कहा, 'इस तरह के फैसलों से हमारे किसानों, कारोबारियों, पेशेवरों और उद्योगों के हित जुड़े हैं। साथ ही भारत को बड़ा बाजार बनाने वाले उपभोक्ता एवं कामगार भी समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
आरसेप के अस्तित्व में आने से हजारों साल पहले भारतीय कारोबारी, उद्यमी एवं आम लोगों ने इस क्षेत्र के साथ मजबूत संबंध बनाए। शताब्दियों तक इन संपर्कों एवं संबंधों ने हमारे परस्पर समृद्धि में बेशकीमती योगदान दिया है।'
पीएम मोदी ने कहा 'मैं सभी भारतीयों के हितों को ध्यान में रखते हुए आरसेप समझौते को मापता हूं। मुझे सकारात्मक जवाब नहीं मिलता है। इसलिए, मेरा विवेक मुझे आरसेप में शामिल होने की अनुमति देता है।'
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत एक व्यापक क्षेत्रीय एकता पर जोर देने के साथ-साथ एक स्वतंत्र कारोबार एवं नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का आकांक्षी है। आरसेप की शुरुआत के समय से ही भारत वार्ताओं में सक्रिय एवं रचनात्मक भूमिका निभाई है।'
उन्होंने कहा, 'भारत अधिक से अधिक क्षेत्रीय एकीकरण के साथ-साथ मुक्त व्यापार और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के पालन के लिए खड़ा है। भारत प्रारंभ से ही आरसीईपी वार्ता में सक्रिय, रचनात्मक और सार्थक रूप से लगा हुआ है।'
कांग्रेस के विरोध के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कहा था कि RCEP एग्रिमेंट से सभी को लाभ मिलेगा। ये भारत और सभी भागीदारों के हित में है।
विदेश मंत्रालय की सचिव (ईस्ट) विजय ठाकुर सिंह ने कहा, 'भारत ने आरसेप समझौते में शामिल नहीं होने के शिखर सम्मेलन में अपने निर्णय से अवगत कराया। यह वर्तमान वैश्विक स्थिति और समझौते की निष्पक्षता और संतुलन के हमारे आकलन को दर्शाता है।'
आरसेप एक अंब्रेला ट्रेड एग्रिमेंट है जिसमें 16 देश शामिल हैं। 10 आसियान देश और चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और भारत आरसेप में आते हैं। भारत और 15 एशिया-प्रशांत देशों के नेताओं को उम्मीद थी कि आज दुनिया के सबसे बड़े मुक्त व्यापार क्षेत्र को बनाने के लिए सात साल की बातचीत के सफल समापन की घोषणा की जाएगी।
ASEAN नेताओं ने मूल रूप से RCEP के विचार को 2012 में प्रस्तावित किया था जब भारत में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार थी। वार्ता 2013 में शुरू हुई थी।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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