भारत की अमेरिका को दो टूक, कश्मीर पर कोई बातचीत सिर्फ पाकिस्तान से

Indias America bluntly, any talks on Kashmir only with Pakistan
भारत की अमेरिका को दो टूक, कश्मीर पर कोई बातचीत सिर्फ पाकिस्तान से
भारत की अमेरिका को दो टूक, कश्मीर पर कोई बातचीत सिर्फ पाकिस्तान से
हाईलाइट
  • भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ से दो टूक कहा है कि कश्मीर मामले पर यदि किसी बातचीत की आवश्यकता पड़ी तो वह सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी
  • भारत ने कश्मीर मामले पर अमेरिकी मध्यस्थता के प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा है कि इस पर बातचीत केवल द्विपक्षीय होगी
बैंकॉक, 2 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने कश्मीर मामले पर अमेरिकी मध्यस्थता के प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा है कि इस पर बातचीत केवल द्विपक्षीय होगी।

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ से दो टूक कहा है कि कश्मीर मामले पर यदि किसी बातचीत की आवश्यकता पड़ी तो वह सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी।

इसके कुछ ही घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन में पत्रकारों से कहा था कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्भर करता है कि वह कश्मीर में मध्यस्ता के उनके प्रस्ताव को मानते हैं या नहीं।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ शुक्रवार को हुई बैठक में भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने उनसे कहा, कश्मीर मामले पर कोई बात करने की यदि जरूरत पड़ी तो वह सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी और वह द्विपक्षीय होगी।

विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि उन्होंने अमेरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ व्यापक चर्चा की और उन्हें कश्मीर पर भारत के रुख से अवगत कराया।

उन्होंने ट्वीट में कहा, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर व्यापक चर्चा की। आज सुबह अपने अमेरिकी समकक्ष को अवगत कराया कि कश्मीर मामले पर यदि किसी बातचीत की जरूरत पड़ी तो वह सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी और वह द्विपक्षीय होगी।

व्हाइट हाउस में गुरुवार को एक संवाददाता द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मुद्दा मानते है? ट्रंप ने इस सवाल को नजरअंदाज करते हुए कहा, उन्होंने प्रस्ताव (मध्यस्थता) को स्वीकार किया है या नहीं। यह वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी पर निर्भर करता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, मैं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मिला। खान और मोदी दोनों ही बेहतरीन लोग हैं। मुझे लगता है कि वे दोनों साथ मिलकर अच्छा काम कर सकते हैं। लेकिन यदि उन्हें मध्यस्थता के लिए या मदद के लिए किसी की आवश्यकता हो तो। मैंने इसके बारे में पाकिस्तान से बात की और मैंने भारत से इसके बारे में स्पष्ट बात की। लेकिन यह लड़ाई लंबे समय जारी है। इसलिए यदि वे चाहते हैं, और मैं कर सकता हूं तो निश्चित रूप से मैं उनकी मदद करूंगा।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ 23 जुलाई को हुई बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने कश्मीर का कोई जिक्र नहीं किया था। इस बैठक से एक दिन पहले खान के साथ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने दावा किया था कि मोदी ने जापान के ओसाक में मुलाकात के दौरान इस मामले में मध्यस्थता करने का उनसे अनुरोध किया था।

लेकिन भारत ने बहुत कड़ाई के साथ ट्रंप के इस दावे से इंकार कर दिया था और कहा था कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मामला है।

--आईएएनएस

Created On :   2 Aug 2019 3:32 PM GMT

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