इराक: बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास दागे गए रॉकेट

इराक: बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास दागे गए रॉकेट
हाईलाइट
  • अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट से हमला
  • कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान लगतार बना रहा अमेरिकी दूतावास को निशाना
  • पहले भी हो चुका है ग्रीन जोन में हमला

डिजिटल डेस्क, तेहरान। कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान और अमेरिका के बीच दुश्मनी लगातार बढ़ती जा रही है। ईरान लगातार अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। एक बार फिर ईरान ने इराक के हाई सिक्योरिटी ग्रीन जोन में अमेरिकी दूतावास पर हमला किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास दो रॉकेट दागे गए हैं। 

हमले में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। रॉकेट दागने के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र में अलार्म बजने लगा था। कुड्स जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान अमेरिका से बदला लेना चाहता है। पहले 4 जनवरी को अमेरिकी दूतावास पर हमला किया था। इसके बाद 6 जनवरी को भी अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर रॉकेट दागे थे। 8 जनवरी को अल असद व इरबिल में दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इसके बाद 13 जनवरी और 15 जनवरी को एयरबेस पर रॉकेट दागे थे। 

कौन था कासिम सुलेमानी?

ईरान रिवॉलूशनरी गार्ड्स का प्रमुख कासिम सुलेमानी कड्स फोर्स का जिम्मा संभालता था। अमेरिका और ईरान के बीच लड़ाई में सुलेमानी अमेरिका के लिए सिरदर्द बना हुआ था। कासिम सुलेमानी को ईरान की तरफ से लड़ने वाले अहम सिपाही को तौर पर जाना जाता था। पश्चिम एशिया के ज्यादातर मिशन में सुलेमानी का अहम भूमिका में रहा। अमेरिका नहीं चाहता था कि कासिम अपनी जड़े दूसरे देशों में भी मजबूत करें। सुलेमानी की ताकत का फायदा ईरान को मिल रहा था।

1998 में बना था कुड्स फोर्स का प्रमुख

सुलेमानी को 1998 में कुड्स फोर्स का प्रमुख बनाया गया था। मिडिल ईस्ट में ईरानी प्रभाव के प्रसार में वह सहायक था। पिछले दो दशकों में पश्चिमी, इजरायल और अरब एजेंसियों ने कई बार उसे मारने की कोशिश की, लेकिन वह हर बार बच गया। सोलीमनी की कुड्स फोर्स के पास ईरान की सीमाओं से परे ऑपरेशन का जिम्मा था। 

हिजबुल्लाह और हमास का था समर्थन

इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन को इराक से खत्म करने के लिए सुलेमानी ने कुर्द लड़ाकों और शिया मिलिशिया को एकजुट किया था। ईरान से सहायता से उन्होंने इराक में पॉप्युलर मोबिलाइजेशन फोर्स तैयार किया। सुलेमानी को आतंकी संगठन हिजबुल्लाह और हमास का समर्थन था। 

ईरान और इराक युद्ध में सुलेमानी की भूमिका अहम 

ईरान और इराक के बीच 1980 के जंग में सुलेमानी ने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। युद्ध में अमेरिका ने इराक तानाशाह सद्दाम हुसैन का साथ दिया था। तब से अमेरिका और कासिम सुलेमानी के बीच दुश्मनी पनप गई थी। हालांकि बाद में सद्दाम व अमेरिका के बीच रिश्ते खराब हो गए थे। 

 

Created On :   21 Jan 2020 3:07 AM GMT

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