9 महीने की जंग के बाद IS सेआजाद हुआ 'मोसुल'

डिजिटल डेस्क, मोसुल। आखिरकार 9 महीने की जंग के बाद इराकी फौज ने मोसुल को IS से मुक्त करा लिया। इराक के पीएम हैदर अल अबादी ने रविवार शाम को इस शहर के IS से आजाद होने की घोषणा की। लगातार कमजोर पड़ते IS के लिए यह एक बड़ी हार है। इराकी पीएम ने खुद मोसुल में पहुंचकर इस कामयाबी के लिए इराकी सेना को बधाई दी। इस मौके पर वे भी ब्लैक मिलेट्री यूनिफॉर्म में दिखाई दिए।
यह जीत इराकी फौज के लिए एक बड़ी कामयाबी है, जिसे 2014 में IS आतंकियों के हाथों बड़ी हार झेलनी पड़ी थी। 2014 में IS ने इराक के कई बड़े शहरों में अपना कब्जा जमा लिया था। इराक के बड़े भू-भाग में काबिज IS पिछले तीन सालों में कई शहरों से अपना नियंत्रण खो चुका है। अमेरिका के साथ मिलकर इराक की फौज ने एक-एक कर कई क्षेत्रों से IS के पैर उखाड़ फेंके हैं। मोसुल में भी कहीं-कहीं फायरिंग की आवाजें आ रही हैं, साथ ही शहर के कई हिस्सों में हवाई हमले भी जारी हैं।
गौरतलब है कि मोसुल IS का एक बड़ा गढ़ था, जिसे मुक्त कराने के लिए इराकी सेना ने अक्टूबर 2016 में अभियान शुरू किया था। जनवरी में इराकी सेना ने इस पूराने शहर के पूर्वी भाग को IS से मुक्त करा लिया था और अगले महीने ही शहर के पश्चिमी हिस्से को आजाद कराने की मुहिम शुरू कर दी थी। इराकी सेना के लिए इस मिशन में मुश्किलें तब खड़ीं हुई जब वे शहर की घनी आबादी में IS आतंकियों से लड़ने पहुंचे। टिगरिस नदी के ईद-गिर्द लड़ाई में इराकी फौज को भारी मुश्किलें झेलने पड़ी। बावजूद इसके इराकी फौज ने धीरे-धीरे IS को खदेड़ना जारी रखा। अपनी हार होते देख कई आतंकियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सेना ने उन्हें मार गिराया। रविवार सुबह ही इराक के जाइंट ऑपरेशन कमांड ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने 30 आतंकियों को तिगरीस नदी के किनारे मार गिराया है। इस जंग के दौरान करीब 9,15,000 लोग मोसुल से विस्थापित हुए।
Created On :   9 July 2017 7:42 PM IST