पाक की मदद से रिहा हुए जोशुआ बॉयल बोले- आतंकियों ने मेरी बेटी को मार डाला, पत्नी से रेप किया

डिजिटल डेस्क, टोरंटो। पांच साल पहले सन 2012 में अफगानिस्तान में अफगान तालिबान से संबंधित हक्कानी नेटवर्क द्वारा बंधक बनाए गए कनाडाई मूल के जोशुआ बॉयल अपनी अमेरिकी मूल की पत्नी कैटलन कोलमैन और तीन बच्चों के साथ कनाडा पहुंच गए हैं। बॉयल के परिवार को बुधवार को हक्कानी नेटवर्क से छुड़ाया गया और शुक्रवार को उनके कनाडा जाने की व्यवस्था की गई। कनाडा पहुंचने पर जोशुआ ने अपनी आपबीती सुनाई। इस दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए। बॉयल ने बंधक बनाए गए दिनों की आपबीती सुनाते हुए बताया कि हक्कानी नेटवर्क ने उनकी बेटी को मार डाला और पत्नी के साथ बलात्कार किया।
बंधक रहते तीन बच्चों का जन्म
जोशुआ बॉयल ने बताया, "हमें बंधक बनाए जाने के शुरूआती दिनों में हक्कानी नेटवर्क के लोगों का रवैया हमारे प्रति काफी कठोर था। इस दौरान उन्होंने हमें अनेक शारीरिक यातनाएं दीं। अनेक बार मेरी पत्नी के साथ बलात्कार किया। जिस समय हमें बंदी बनाया गया उस समय मेरी पत्नी गर्भवती थी। कोलमैन ने बंधक रहने के दौरान तीन बच्चों को जन्म दिया।" उल्लेखनीय है कि उनकी रिहाई में पाकिस्तान ने ऐसे समय मदद दी, जब कुछ दिन पहले ही पाक विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ से अमेरिका यात्रा के दौरान ट्रंप प्रशासन ने आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने को कहा था। इस दौरान अमेरिका ने चेतावनी दी थी यदि पाक ने आतंकियों के प्रति नर्म रुख अपनाया तो अमेरिका पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित कर सकता है।
समाजसेवा का था जुनून
जोजुआ बॉयल ने बताया, "हक्कानी नेटवर्क के आतंकी जब चाहते मेरी पत्नी के साथ रेप करते। उन्होंने मेरी बेटी की हत्या कर दी।" उन्होंने अफगान सरकार से मदद मांगी थी। उन्होंने बताया कि वह अफगानिस्तान के गांवों में रहने वाले उन लोगों की मदद के लिए अफगानिस्तान गए थे, जो तालिबान के नियंत्रण में अपना जीवन बिताने पर मजबूर हैं। वह ऐसा स्थान है जहां कोई सरकारी मदद नहीं मिलती और न कोई गैर सरकारी सहायता वहां जा पाती है। उन्होंने बताया कि समाजसेवा का भाव हमें अफगानिस्तान खींच ले गया था, लेकिन हम जल्दी ही आतंकियों के निशाने पर आ गए और एक दिन यात्रा के दौरान उन्होंने हमें बंदी बना लिया।
पांच साल बाद मिली आजादी
हक्कानी आतंकवादी नेटवर्क के कब्जे से पांच साल बाद अमेरिकी कनाडाई परिवार की सुरक्षित रिहाई से अमेरिका ने आशा जतायी है कि दोनो देशों के बीच संबंधों में सकारात्मक बदलाव आएगा। अमेरिकी अधिकारियों से मिली खुफिया सूचना के आधार पर पाकिस्तान बलों ने अभियान चला कर अमेरिकी नागरिक कैटलान कोलमैन और उनके कनाडाई पति जोशुआ बाएल के साथ उनके तीन बच्चों को हक्कानी नेटवर्क के चंगुल से कल रिहा करवाया। अमेरिकी-कनाडाई दंपति को 2012 में हक्कानी नेटवर्क ने बंधक बना लिया था। यह वही आतंकी संगठन है, जिसे अमेरिका ने एक बार "आईएसआई की सहायक संस्था" करार दिया था। इस बारे में विस्तार से नहीं बताया गया कि कैटलान कोलमैन और जोशुआ बॉयले को कैसे, कहां से और किन शर्तों पर रिहा कराया गया है।
अमेरिकी दबाव में हुई रिहाई
माना जा रहा है इस मामले को लेकर अमेरिका ने पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी थी। सूत्रों के अनुसार अमेरि्का ने साफ कर दिया था कि यदि पाकिस्तान अपने रवैये पर अड़ा रहा तो अमेरिकी ओर से मिलने वाली मदद में कटौती के अलावा पाकिस्तान को आतंकी देश भी घोषित किया जा सकता है। यही वजह रही कि अमेरिका से पाकिस्तान लौटते ही विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ऐलान किया कि उनका देश अमेरिका के साथ मिलकर हक्कानी नेटवर्क का सफाया करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके बाद ही अमेरिकी नागरिक कैटलान कौलमैन और कनाडियाई मूल के उनके पति जोशुआ बायले की रिहाई संभव हुई।
Created On :   14 Oct 2017 8:24 PM IST