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दैनिक भास्कर हिंदी: करतारपुर कॉरिडोर : इमरान बोले - सिद्धू अगर पाक में भी चुनाव लड़े तो जीत जाएंगे
हाईलाइट
- सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आखिरकर 70 साल बाद नींव रख दी गई।
- पाक के न्योते पर समारोह में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, हरदीप पुरी और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हुए।
- समारोह में इमरान खान ने सिद्धू की तारीफ में कसीदे पढ़े। सिद्धू ने भी इमरान खान की जमकर तारीफ की।
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आखिरकर 70 साल बाद नींव रख दी गई। पाकिस्तान के न्योते पर इस समारोह में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, हरदीप पुरी और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हुए। इस कार्यक्रम में जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिद्धू की तारीफ में कसीदे पढ़े तो वहीं सिद्धू ने भी इमरान खान की जमकर तारीफ की। आतंकी सरगना हाफिज सईद का करीबी सहयोगी और खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला भी इस समारोह में मौजूद था। इस दौरान चावला ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर बाजवा से मुलाकात की।
क्या कहा इमरान खान ने?
इमरान खान ने कहा, 'अगर जंग नहीं करनी तो दूसरा रास्ता दोस्ती के अलावा क्या है। मैं नहीं जानता की जब सिद्धू ओथ टेकिंग सेरेमनी में शामिल होने के लिए पाकिस्तान आए थे तो भारत में उनकी क्यों आलोचना की गई। वो तो शांति और भाईचारे की बात कर रहे थे।' इमरान ने कहा, 'अगर सिद्धू यहां आकर चुनाव लड़ ले तो वह बेशक चुनाव जीत जाएंगे खासकर पंजाब में।' उन्होंने कहा, 'दो किस्म के पॉलिटिशियन होते हैं। एक होता है जो इंसानों को जोड़कर वोट लेता है, दूसरा नफरते फैलाकर वोट बैंक भरता है। मैं ये उम्मीद रखता हूं कि ये ना हों कि हमें सिद्धू का इंतजार करना पड़े की जब वो प्रधानमंत्री बनेंगे तब हिंदुस्तान और पाकिस्तान में दोस्ती हो।
इमरान ने कहा, मैंने आज जो सिख समुदाय में खुशी देखी वो ऐसी थी जैसे कोई मुस्लिम मदिना से चार किलोमीटर दूर बॉर्डर के उस पार खड़ा हो और उसे मदिना जाने का मौका मिल गया हो। उन्होंने कहा, अगले साल जब आप यहां आएंगे तो आपको खुशी होगी। वहीं उन्होंने कहा कि हमने एक-दूसरे के लोग मारे हैं, लेकिन फिर भी सब भूला जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमेशा कहा जाता था कि पाकिस्तान की फौज दोस्ती नहीं होने देगी, लेकिन आज हमारी पार्टी-पीएम-फौज एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मसला सिर्फ कश्मीर का है, इंसान चांद पर पहुंच चुका है लेकिन हम एक मसला हल नहीं कर पा रहे हैं। ये मसला जरूर हल हो जाएगा, इसके लिए पक्का फैसला जरूरी है।
क्या कहा नवजोत सिंह सिद्धू ने?
उधर सिद्धू ने कहा, 'हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे, मेरा यार इमरान जीवे'। सिद्धू के इस बात पर काफी देर तर तालियां बजती रहीं, सिद्धू ने कहा कि सभी को अपनी सोच बदलनी पड़ेगी, तभी शांति कायम होगी। उन्होंने कहा दोनों देशों के बीच चल रहा खून खराबा बंद होना चाहिए, दोस्ती का पैगाम आगे बढ़ना चाहिए। सिद्धू ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर दोनों देशों के लोगों के बीच में संपर्क बढ़ाएगा, जो संपर्क टूटा हुआ था वो अब दोबारा जुड़ रहा है। इमरान की तारीफ करते हुए सिद्धू ने कहा, जब भी करतारपुर कॉरिडोर का इतिहास लिखा जाएगा तो पहले पन्ने पर इमरान खान का नाम आएगा।
क्या कहा हरसिमरत कौर ने?
हरसिमरत कौर अपने भाषण के दौरान भावुक हो उठी। उन्होंने कहा, यहां मेरा कोई दोस्त, कोई जानने वाला नहीं लेकिन एक सिख होने के नाते मेरी अरदास पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि आज हमारी कौम के लिए ऐतिहासिक दिन है, हर सिख की यही मांग थी जो 70 साल में नहीं हो पाया, वो अब पूरा हुआ है। जिसके हाथ में सेवा लिखी थी, उसी के हाथों ये काम पूरा हुआ है। गुरु नानक साहब ने अपना आखिरी समय आपकी धरती पर बिताया, लेकिन 4 किमी. का ये फासला पूरा करने में 70 साल लग गए।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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