जापान के नागासाकी में जन्मे काजुओ इशीगुरो को साहित्य का नोबल

डिजिटल डेस्क, स्टॉकहोम। नोबल पुरस्कारों की घोषणाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार को नोबल प्राइज कमिटी ने इस साल के लिए साहित्य के नोबल पुरस्कार की घोषणा की। इस साल यह पुरस्कार इंग्लैण्ड के ऑथर काजूओ इशिगुरो को मिला है। नोबल प्राइज कमिटी ने उन्हें यह पुरस्कार "In novels of great emotional force" के लिए दिया है। बता दें कि पिछले साल यह पुरस्कार अमेरिका के संगीतकार बोब डीलन को मिला था।
काजुओ का जन्म 1944 में परमाणु हमला झेल चुके जापान के नागासाकी में हुआ। ये जब 6 साल के थे, उस समय इनका परिवार नागासाकी छोड़कर लंदन में शिफ्ट हो गया। काजूओ का नाम 2005 में बेस्ट नॉवेल के लिए टाइम मैगजीन में भी आ चुका हैं। इशीगुरो ने अपना ग्रेजुएशन बीए (इंग्लिश और फिलोसॉपी) से किया।
बता दें कि इससे पहले नोबल असेंबली की तरफ से मेडिकल, फिजिक्स, केमेस्ट्री के क्षेत्र में भी पुरस्कारों की घोषणा की जा चूकी हैं। इसके बाद 6 अक्टूबर को शांति के क्षेत्र में और 9 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। वहीं इन पुरस्कारों का वितरण 9 दिसंबर को किया जाएगा।
2017 के नोबल पुरस्कार
मेडिकल- जैफ्री सी हाल, माइकल रोसबाश और माइकल डब्ल्यू यंग को मानव शरीर की "बॉयलोजिकल क्लॉक" के अध्ययन के लिए संयुक्त रुप से पुरस्कार मिला है।
फिजिक्स- नोबल असेंबली की ओर से 2017 के फिजिक्स में नोबल पुरस्कार के लिए तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को चुना गया है। ये तीन वैज्ञानिक राइनर वाइस, बैरी बैरिश और किप थोर्ने हैं। इन्हें Ligo डिटेक्टर के लिए यह सम्मान दिया गया है।
केमेस्ट्री- केमेस्ट्री में 2017 के नोबल पुरस्कार के लिए स्विट्जरलैंड के जैकस डोबोकेट, अमेरिका के जोआकिम फ्रैंक और यूके के रिचर्ड हेंडरसन को चुना गया है। इन तीनों वैज्ञानिकों को संयुक्त रुप से यह सम्मान दिया जाएगा। बता दें कि इन्हें जैविक अणुओं के उच्च-रिजाल्यूशन संरचना निर्धारण में क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी विकसित करने के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा।
क्या है नोबल प्राइज
नोबल सम्मान, अल्फ्रेड नोबल की याद में दिया जाने वाला विश्व का सर्वोच्च सम्मान है। इसे नोबल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, अर्थशास्त्र और विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वालों को दिया जाता है। इसमें पुरस्कृत व्यक्ति को एक प्रशस्ति-पत्र और 14 लाख डॉलर की राशि बतौर पुरस्कार के रूप में दी जाती है।
Created On :   5 Oct 2017 6:13 PM IST