नेहरू के डेंटिस्ट थे पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के पिता, चौथी पीढ़ी का भी यही पेशा
- चुनाव के बाद आरिफ अल्वी पाकिस्तान के 13वां राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं।
- नेहरू ने उन्हें सम्मान पत्र दिया था
- जिसे अल्वी परिवार ने संजोकर रखा है।
- पाकिस्तान के अलग होने से पहले अल्वी के पिता लखनऊ में क्लीनिक चलाते थे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति की घोषणा हो चुकी है। आरिफ अल्वी पाकिस्तान के 13वां राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। आरिफ के पिता भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के डेंटिस्ट (दांतों के डॉक्टर) थे। अल्वी की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक नेहरू ने उन्हें एक सम्मान पत्र भी दिया था, जिसे अल्वी परिवार ने आज भी संजोकर रखा है। नेहरू के अलावा आरिफ अल्वी के पिता खिलाफत आंदोलन में लड़ने वाले मौलाना मोहम्मद अली जौहर और मौलाना शौकत अली का इलाज भी कर चुके हैं।
बता दें कि डॉ अल्वी के पास राजनीति में पांच दशकों का अनुभव है। उनका राजनैतिक जीवन 1967 में शुरू हुआ था। उस वक्त जनरल अयूब खान पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। वह लगातार अयूब खान के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल होत रहते थे। PTI के कार्यकर्ताओं के मुताबिक लाहौर में विरोध प्रदर्शन के दौरान अल्वी को गोली भी लग चुकी है। कहते हैं आज भी उस गोली का निशान उनके दांए हाथ में मौजूद है। डॉ अल्वी इसे पाकिस्तान में लोकतंत्र के लिए अपने संघर्ष की निशानी करार देते हैं। 1979 में अल्वी बतौर नेता पॉलिटिक्स में एंट्री ली। 1996 में उन्होंने PTI ज्वाइन कर लिया। उन्होंने साल 1997 और 2002 में सिंध की सीट से नेशनल एसेंबली के लिए चुनाव लड़ा। हालांकि इन चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2006 में उन्हें पार्टी का सेक्रेटरी जनरल बना दिए गए। साल 2013 में उन्होंने कराची से नेशनल एसेंबली का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्हें पार्टी महासचिव बना दिया गया।
बता दें कि आरिफ अल्वी पाक पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के संस्थापक सदस्य भी रहे हैं। वे इमरान के बेहद करीबी लोगों में से एक भी माने जाते हैं। इमरान खान ने अल्वी को ट्विटर पर जीत की अनोखी बधाई दी है। इमरान ने ट्विटर पर एक जवानी के दौर की एक पुरानी तस्वीर शेयर की। इमरान ने लिखा कि जब हमारी दुनिया जवां हुआ करती थी। डॉ. अल्वी को राष्ट्रपति बनने की बधाई।
देश के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने वाले आरिफ अल्वी खुद भी डेंटिस्ट रहे हैं।
पाकिस्तान बनने से पहले आरिफ के पिता हबीब उर रहमान इलाही अल्वी लखनऊ में रहते थे। हबीब का यहां एक क्लीनिक था। पाकिस्तान बनने के बाद हबीब अपने परिवार के साथ कराची चले गए और वहां सदर इलाके के एक घर में रहने लगे। यहीं पर एक कमरे में उन्होंने अपना क्लीनिक शुरू किया। करीब 15-16 साल बाद 1965 में उन्होंने कराची में अपना खुद का एक बड़ा क्लीनिक खोल लिया था। आरिफ जमात ए इस्लामी पाकिस्तान से भी जुड़े रहे हैं, जिसने पाकिस्तान की मांग को लेकर भारत में विरोध शुरू किया था।
1949 में जन्में आरिफ अल्वी ने 1970 में पढ़ाई पूरी होने के बाद डेंटिस्ट का काम शुरू किया। मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद 1991 में उन्होंने कराची के सिंधी मुस्लिम इलाके में अपना क्लीनिक शुरू किया। अल्वी परिवार की चौथी पीढ़ी भी डेंटिस्ट है। आरिफ अल्वी के चार बच्चे अवाब, नईमा, मरहमा और राधिया हैं, जो दांतों के डॉक्टर हैं। कराची के सिंधी मुस्लिम इलाके और ख्या ए शाहबाज इलाके में अल्वी के क्लीनिक हैं।
Created On :   5 Sep 2018 5:20 AM GMT