प्रत्यर्पण केस की सुनवाई में माल्या बोले- भारत में जान को खतरा

डिजिटल डेस्क, लंदन। विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में चल रही सुनवाई के दौरान उनके वकील ने एक बड़ी आश्चर्यजनक चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि भारत में उनके मुवक्किल को जान का खतरा है। शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत वापस लाने के लिए लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सोमवार को हुई सुनवाई में उनके वकील ने प्रत्यर्पण से बचने के लिए यह नई दलील दी है। गौरतलब है कि इससे पहले माल्या के वकील ने भारत की जेलों की दुर्दशा का हवाला दिया था।
माल्या की ओर से आई इस नई दलील के बाद अभियोजन पक्ष (भारत सरकार) अब माल्या की सुरक्षा को लेकर रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है। बता दें कि विजय माल्या फिलहाल इस प्रत्यर्पण वारंट मामले में जमानत पर हैं। उन्हें 4 दिसंबर को होने वाली प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई शुरू होने तक कोर्ट में पेश होने की छूट दी गई है।
इससे पहले भारत में शराब कारोबारी विजय माल्या को अपराधी घोषित करने के लिए 9 नवंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचा था। ED ने विजय माल्या पर फॉरेन एक्सचेंज रेग्युलेशन एक्ट (FERA) के उल्लंघन का आरोप लगाया था, जिस पर कोर्ट ने माल्या को 18 दिसंबर तक पेश होने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा था कि तय तारीख पर यदि विजय माल्या कोर्ट में पेश नहीं होते हैं तो उन्हें घोषित अपराधी करार दिया जाएगा।
गौरतलब है कि विजय माल्या भारतीय बैंकों से 9000 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर फरार हैं और लंदन में रह रहे हैं। 2 मार्च 2016 से ही माल्या लंदन में रह रहे हैं। ईडी और सीबीआई को माल्या की तलाश है। ED 4 बार विजय माल्या को समन भेज चुका है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) से जुड़े एक मामले में मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट माल्या को भगोड़ा भी घोषित कर चुकी है। उनका पासपोर्ट भी रद्द किया जा चुका है। इसी साल फरवरी में भारत ने ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की भी अपील की थी।
Created On :   20 Nov 2017 7:07 PM IST