चंद्रयान-1 के डाटा की मदद से चंद्रमा पर मिला बर्फ का भंडार : NASA
- चंद्रयान-1 के डेटा की मदद से वैज्ञानिकों ने चांद पर बर्फ का भंडार खोज निकाला है।
- चंद्रयान के साथ नासा ने अपना एक इन्फ्रारेड उपकरण भी भेजा था।
- ये बर्फ चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों के सबसे अंधेरे और ठंडे हिस्सों में मिली है।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। 10 साल पहले लॉन्च किया गया भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 के डेटा की मदद से वैज्ञानिकों ने चांद पर बर्फ का भंडार खोज निकाला है। ये बर्फ चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों के सबसे अंधेरे और ठंडे हिस्सों में मिली है। नासा ने मंगलवार को ये बात कही। बता दें कि इससे पहले वैज्ञानिकों ने चंद्रयान से मिली जानकारी के आधार पर घोषणा की थी कि चंद्रयान 1 ने चांद की सतह पर पानी की मौजूदगी के प्रमाण खोज निकाले हैं।
In the darkest and coldest parts of the Moon"s poles, ice deposits have been found. At the southern pole, most of the ice is concentrated at lunar craters, while the northern pole’s ice is more widely, but sparsely spread. More on this @NASAMoon discovery: https://t.co/kvjPbMrEWK pic.twitter.com/ZkVFyKrOB6
— NASA (@NASA) August 20, 2018
लूनार क्रेटर्स के पास जमी है बर्फ
चंद्रयान के साथ नासा ने अपना एक इन्फ्रारेड उपकरण भी भेजा था। इसने कई तस्वीरें भेजीं। वैज्ञानिकों ने नासा के मून मिनरेलॉजी मैपर (एम3) से प्राप्त आंकड़ों का इस्तेमाल कर यह दिखाया है कि चंद्रमा की सतह पर बर्फ मौजूद हैं। इनके विश्लेषण से पता चला कि ध्रुव के पास बर्फ जमीन के उन इलाकों में मौजूद है, जहां तापमान कभी माइनस 163 डिग्री सेल्सियस से कम था। हालांकि, चांद की तुलना में इसका इलाका काफी कम (सिर्फ 3.5%) पाया गया। ‘पीएनएएस (PNAS)’ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि बर्फ इधर-उधर बिखरी हुई है। दक्षिणी ध्रुव पर अधिकतर बर्फ लूनार क्रेटर्स के पास जमी हुई हैं।
चंद्रयान ने की थी पानी की खोज
चंद्रयान 1 स्पेसक्राफ्ट भारत का पहला चंद्रमिशन था। इसने 28 अगस्त 2009 को सिग्नल भेजना बंद कर दिया था। इसरो ने इसके कुछ दिनों बाद ही आधिकारिक को रूप से इस मिशन के खत्म होने की घोषणा कर दी थी। इस मिशन को दो साल के लिए तैयार किया गया था। पहले ही साल की यात्रा में इसने 95 फीसदी लक्ष्यों को हासिल कर लिया था। वैज्ञानिकों ने चंद्रयान से मिली जानकारी के तहत घोषणा की थी कि चंद्रयान 1 ने चांद की सतह पर पानी की मौजूदगी के प्रमाण खोज निकाले हैं। इस खोज ने चार दशक से चले आ रहे इन कयासों पर विराम लगा दिया था कि चंद्रमा पर पानी है या नहीं। वैज्ञानिकों ने पहले दावा किया था कि चंद्रमा पर लगभग 40 साल पहले पानी का अस्तित्व था।
Created On :   21 Aug 2018 3:00 PM GMT