मार्स पर NASA का नया मिशन, 16 फीट तक खुदाई कर देगा कोर की जानकारी

डिजिटल डेस्क, केप केनवेरल। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) इस हफ्ते मंगल ग्रह पर अपना नया मिशन (इनसाइट मार्स लैंडर) भेज रहा है। इस मिशन कि खासियत ये है कि इसमे मंगल ग्रह पर एक रोबॉटिक भूवैज्ञानिक को भी भेजा जा रहा है जो अबतक की सबसे अधिक गहराई तक खुदाई कर लाल ग्रह के तापमान से जुड़ी जानकारी जुटाएगा। अगर नासा का ये मिशन कामयाब रहता है तो लाल ग्रह से जुड़े कई राज सामने आ सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक इनसाइट मार्स लैंडर को 5 मई सुबह 7:05 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 4:35 बजे) कैलिफोर्निया में वांडेनबर्ग एयरफोर्स बेस के स्पेस लांच कॉम्प्लेक्स 3 से यूनाइटेड लॉन्च अलाइंस (यूएलए) एटलस पांच रॉकेट से छोड़ा जाएगा। इस साल 26 नवंबर को इनसाइट मार्स पर लैंड करेगा और वहां 2 साल बिताएगा। इस मिशन में वैज्ञानिक मार्स के रोटेशन को ट्रैक कर इस ग्रह के आकार और इसके कोर के बारे में जानकारी जुटाएंगे।
कोर का तापमान चेक करने के लिए इनसाइट का रोबॉटिक भूवैज्ञानिक मंगल की सतह पर 16 फीट तक खुदाई करेगा। अलग-अलग पॉइंट पर तापमान की जांच की जाएगी। इस मिशन में मंगल पर आने वाले भूकंपों का भी अध्यन किया जाएगा। बता दें कि ठंडे होने और सिकुड़ने की वजह से मंगल ग्रह पर क्रैक 6 और 7 की तीव्रता के भूकंप पैदा करते हैं। इनसाइट इन भूकंपों की जांच करेगा।
इनसाइट मिशन की कॉस्ट करीब 814 मिलियन डॉलर है। इनसाइट मार्स लैंडर का वजन 630 किलो का है। अब तक अधिकांश अमेरिकी मिशन देश के पूर्वी तट पर मौजूद फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होते हैं, लेकिन यह मार्स मिशन अमेरिका के पश्चिमी तट से लॉन्च होगा। नासा का इनसाइट मार्स लैंडर यूनाइटेड लॉन्च अलाइंस के पावरफुल रॉकेट की मदद से ही मंगल पर पहुंचेगा। यूनाइटेड लॉन्च एलायंस वर्ल्ड फेमस कंपनी लॉकहीड मार्टिन स्पेस सिस्टम और बोइंग डिफेंस स्पेस एंड सेक्युरिटी का ज्वाइंट वेंचर है, जो स्पेस लॉन्च वेहिकल बनाने में एक्सपर्ट है।
Created On :   3 May 2018 5:53 PM IST