यूएस-साउथ कोरिया के सैन्य अभ्यास से पहले मिसाइल टेस्ट की तैयारी में नॉर्थ कोरिया

डिजिटल डेस्क, सियोल। कोरिया प्रायद्वीप में तनाव अब निर्णायक दौर में प्रवेश करता जा रहा है। अमेरिकी नौसेना ने साउथ कोरियाई नौसेना के साथ 16 से 26 अक्टूबर के बीच नौसैनिक अभ्यास शुरू करने जा रही है। इस युद्धाभ्यास में अमेरिकी विमान वाहक पोत भी हिस्सा लेंगे। संयुक्त सैन्य अभ्यास पर उ. कोरिया ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। शक्ति प्रदर्शन के इस क्रम में नॉर्थ कोरिया ने भी एक और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) परीक्षण की तैयारी शुरू कर दी है। एक स्थानीय समाचार पत्र ने सरकारी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि प्योंगयांग संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू होने के पहले ही आईसीबीएम परीक्षण कर अपनी नाराजगी जता सकता है।
सैटेलाइट चित्र से हुई पुष्टि
एक उच्च पदस्थ सरकारी सूत्र का उल्लेख करते हुए एक स्थानीय समाचारपत्र ने दावा किया है कि सैटेलाइट चित्र से पुष्टि हुई है कि नॉर्थी प्योंगयांग क्षेत्र स्थित हैंगर से बैलेस्टिक मिसाइल को ले जाया जा रहा है। अमेरिकी और साउथ कोरियाई सैन्य अधिकारियों ने आशंका जताई कि नॉर्थ कोरिया एक और मिसाइल परीक्षण की तैयारियों में जुटा हो सकता है, जिसकी पहुंच अमेरिका तक हो। रिपोर्ट में कहा गया कि सैटेलाइट चित्र में दिखाई देने वाली मिसाइल आईसीबीएम ह्वासांग-14 हो सकती है, जिसकी रेंज अलास्का तक बढ़ाई जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया ह्वासांग-12 का भी परीक्षण कर सकता है। यह भी लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है। नॉर्थ कोरिया ने अगस्त में इसी मिसाइल को गुयाम पर दागने की घमकी दी थी।
अमेरिका हर स्थिति से निपटने को तैयार
एक अन्य संभावना यह हो सकती है कि नॉर्थ कोरिया अपनी नई आईसीबीएम ह्वासांग-13 के परीक्षण की तैयारी कर रहा हो, जो पहली दो मिसाइलों की तुलना में ज्यादा दूर तक जाने में सक्षम हैं। यह अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल अमेरिका के पश्चिमी तट तक पहुंचने में सक्षम है। प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे सैन्य खुफिया सूचना से जुड़ी जानकारी बताते हुए इस पर कोई प्रतिक्रिया करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "हम नॉर्थ कोरिया की गतिविधियों पर नजदीकी नजर रखे हुए हैं। लेकिन हम इसकी विस्तार से जानकारी नहीं दे सकते। हम किसी भी सैन्य गतिविधि का समयानुकूल जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"
परमाणु परीक्षण के बाद शुरू हुई प्रतियोगिता
अमेरिकी विमान वाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन के नेतृत्व में शुरू होने वाला संयुक्त सैन्य अभ्यास हाल के दिनों में कोरिया प्रायद्वीप में अमेरिकी सेनाओं की प्रतिक्रियात्मक गतिविधियों का ही हिस्सा है, जो नॉर्थ कोरिया द्वारा पिछले माह किए गए छठे और सबसे भयानक परमाणु परीक्षण के बाद शुरू हुई हैं। नॉर्थ कोरिया ने यह परीक्षण अपने ऊपर अंतराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए जाने के बाद किया था। इस बीच शुक्रवार को परमाणु चालित यूएसएस मिशीगन पनडुब्बी साउथी साउथ कोरियाई बंदरगाह बुसान पहुंच गई। इसके कुछ दिन पहले अमेरिका ने एक अन्य परमाणु चालित पनडुब्बी यूएसएस टस्कान पांच दिवसीय यात्रा पर साउथ कोरिया रवाना हुई थी। इस सप्ताह की शुरूआत में दो अमेरिकी सुपरसोनिक अमेरिकी B-1B बॉम्बर्स ने जापान और साउथ कोरिया के साथ साझा अभियान के तहत कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर से उड़ान भरी थी, जो सीधे तौर पर प्योंगयांग के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन का ही एक तरीका था।
एक और तबाही की ओर बढ़ रहे कदम
इस स्थिति पर व्हाइट हाउस शांत नहीं बैठा है। डोनाल्ड ट्रंप अपने सैन्य प्रमुखों और रक्षा मंत्री जिम मैटिस के साथ लगातार चर्चा में हैं। पूर्व एयरफोर्स ब्रिगेडियर रॉब गिवन्स के मुताबिक, "अगर हम नॉर्थ कोरिया के कुछ रणनीतिक लक्ष्यों पर हमला करने का फैसला लेंगे तो यह बहुत जल्दी में लिया जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि जब तक अमेरिका प्योंगयांग को डराने के लिए कोई फैसला नहीं लेता तब तक अमेरिकी नागरिकों को यही लगता रहेगा कि उनपर कभी भी हमला हो सकता है। अब स्थिति लगातार ऐसी होती जा रही है कि अमेरिका या नॉर्थ कोरिया 1950-53 के बीच हुए युद्ध को फिर से दोहराने की तैयारी में हैं। इस युद्ध में कोरिया प्रायद्वीप पूरी तरह तबाह हो गया था।
Created On :   14 Oct 2017 7:06 PM IST