चीन ने अरुणाचल सीमा पर शुरू किया माइनिंग ऑपरेशन, कहा-सोना ढूंढ रहे हैं

- चाइना के इस माइनिंग प्रोजेक्ट को अरुणाचल प्रदेश पर कब्जा करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
- इस क्षेत्र में सोना
- चांदी और दूसरे कीमत खनिजों का भंडार पाया गया है।
- इसकी कीमत करीब 60 अरब डॉलर आंकी गई है। जानकार इसे बीजिंग के एक महत्वकांक्षी प्लान का हिस्सा बता रहे है।
- चीन अरुणाचल प्रदेश को साउथ तिब्बत का हिस्सा बताकर इस पर अपना दावा करता रहा है।
- चीन अरुणाचल से सटी सीमा पर अपने क्षेत्र में ब
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन की अरुणाचल प्रदेश सीमा पर की जा रही गतिविधियों से एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव का खतरा पैदा हो गया है। दरअसल, चीन अरुणाचल से सटी सीमा पर अपने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर माइनिंग का काम कर रहा है। इस क्षेत्र में सोना, चांदी और दूसरे कीमत खनिजों का भंडार पाया गया है। इसकी कीमत करीब 60 अरब डॉलर आंकी गई है। जानकार इसे बीजिंग के एक महत्वकांक्षी प्लान का हिस्सा बता रहे है।
अरुणाचल पर कब्जा जमाने की कोशिश
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सीमा से लगे चीन के लुंझ काउंटी में माइनिंग प्रोजेक्ट चल रहा है। चीन अरुणाचल प्रदेश को साउथ तिब्बत का हिस्सा बताकर इस पर अपना दावा करता रहा है। चाइना के इस माइनिंग प्रोजेक्ट को अरुणाचल प्रदेश पर कब्जा करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े जानकार बताते है कि माइन्स बीजिंग के एक महत्वकांक्षी प्लान का हिस्सा है ताकि वह अरुणाचल प्रदेश (जिसे चीन साउथ तिब्बत बताता है) पर अपना दावा मजबूत कर सके।
इलाका बन सकता है दूसरा साउथ चाइना सी
जानकार कहते है कि क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों पर चीन के दावा जताने की उसकी कोशिश और तेजी से निर्माण कार्य करने के चलते यह इलाका दूसरा साउथ चाइना सी बन सकता है। हाईटेक प्रोडक्ट बनाने में इस्तेमाल होने वाले बहुमुल्य धातुओं का भंडार लुंझ काउंटी में छिपा हुआ है। करीब 60 साल पहले चीन ने इस इलाके पर भारत से छीनकर अपना कब्जा जमाया था।
डोकलाम को लेकर भी हुआ था तनाव
गौरतलब है कि इससे पहले जून 2017 में चीनी सैनिकों के भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।
Created On :   20 May 2018 7:15 PM IST