ईद के पहले बढ़ी पाकिस्तान की चिंता, भारत की अठन्नी के बराबर हुआ रुपया

Pak Concerned increase before Eid rupee equal to 50paise of India
ईद के पहले बढ़ी पाकिस्तान की चिंता, भारत की अठन्नी के बराबर हुआ रुपया
ईद के पहले बढ़ी पाकिस्तान की चिंता, भारत की अठन्नी के बराबर हुआ रुपया
हाईलाइट
  • चीन से लिए नए लोन का इस्तेमाल पाक अपने विदेशी मुद्रा भंडार की हालत सुधारने के लिए करेगा।
  • पाकिस्तान चुनाव के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से कर्ज मांग सकता है।
  • पाकिस्तानी के एक रुपए की कीमत भारत की एक अठन्नी के बराबर हो गई है।

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। ईद के पहले ही पाकिस्तान की चिंताए बढ़ गई हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में पिछले कुछ समय से लगातार अर्थव्यवस्था डगमगा रही है। पाकिस्तान पर कर्ज का दबाव भी बढ़ रहा है। पाकिस्तान की तुलना भारत से की जाए तो वह काफी बदतर स्थिति में है। भारत की एक अठन्नी के बराबर अब पाकिस्तानी के एक रुपए की कीमत हो गई है। अगले महीने ही पाकिस्तान में आम चुनाव है, ऐसे में देश की माली हालत बिगड़ना चुनावों में भी एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। 

 

कर्ज लेने की स्थिति में पहुंचा पाक

कहा जा रहा है कि पाकिस्तान चुनाव के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से कर्ज मांग सकता है। देश में भुगतान संतुलन संकट की आशंका बनी हुई है। इससे पहले पाकिस्तान 2013 में मुद्राकोष के पास गया था। कार्यवाहक वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने कहा, ‘हमें 25 अरब डालर के अपने व्यापार घाटे को हमारे भंडार के जरिए पाटना होगा। हमारे पास इसके अलावा कोई कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समक्ष यह प्रमुख चिंता है। देश के केंद्रीय बैंक ने रुपए में 3.7% का अवमूल्यन किया है।

 

चीन से लोन लेगा पाकिसस्तान

हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके मुताबिक पाकिस्तान के पास अब 10.3 अरब डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार है। यह पिछले साल मई में 16.4 अरब डॉलर था। पाकिस्तान का चीन और इसके बैंकों से इस वित्तीय वर्ष में लिया गया कर्ज करीब 5 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। पाकिस्तान भुगतान संकट के चलते चीन से 1-2 बिलियन डॉलर (68- 135 अरब रुपए) का नया लोन लेने की योजना बना रहा है। पाकिस्तान बीजिंग पर आर्थिक तौर से निर्भर हो चुका है। चीन से लिए गए नए लोन का इस्तेमाल पाकिस्तान अपने विदेशी मुद्रा भंडार की हालत सुधारने के लिए करेगा।  


राजनीतिक स्थिति से हुई ऐसी स्थिति

साल 2008 के बाद से पाकिस्‍तान की मुद्रा में इतने बड़े स्‍तर पर गिरावट देखी गई थी। तब पाकिस्‍तान फॉरेक्‍स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट की ओर से कहा गया था कि करेंसी मार्केट के लिए एक बड़े भूकंप की तरह है जिसमें सब-कुछ बर्बाद हो गया है। पाकिस्‍तान के वित्त मंत्री इश्‍हाक डार ने कहा था कि रुपए में गिरावट में पाकिस्‍तान की राजनीतिक स्थिति की वजह से हुई है। उन्‍होंने अप्रत्‍यक्ष तौर पर भारत पर आरोप लगाया था कि कुछ लोग पाकिस्‍तान के हालातों को फायदा उठाकर इसे तबाह करने की साजिश रच रहे हैं।
 

Created On :   14 Jun 2018 7:32 PM IST

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