जल वार्ता में देरी के लिए पाकिस्तान ने भारत को जिम्मेदार ठहराया
- सिंधु जल आयोग
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान-भारत जल विवादों पर एक महीने बीतने के बाद भी इस्लामाबाद से भेजे गए एक पत्र का जवाब देना अभी बाकी है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने एक रिपोर्ट में कहा कि दोनों पक्षों के जल विशेषज्ञों की एक बैठक इस महीने नई दिल्ली में होने वाली थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि बातचीत में देरी होगी।
दोनों देशों के जल विशेषज्ञों की तीन दिवसीय बैठक एक मार्च को इस्लामाबाद में हुई थी। सूत्रों के मुताबिक, उस बैठक में मई में नई दिल्ली में बातचीत करने पर सहमति बनी थी। सिंधु जल आयोग जल्द ही एक बैठक बुलाने के लिए पाकिस्तान अपने भारतीय समकक्ष को दूसरा पत्र लिखेगा।
सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद को चिनाब नदी पर परियोजनाओं के निर्माण की नई दिल्ली की योजना पर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि भारत ने सिंधु नदी पर अवैध जल परियोजनाओं के शुभारंभ को भी मंजूरी दी थी।
भारत द्वारा जल परियोजनाओं के निर्माण से पाकिस्तान की नदियों में पानी का प्रवाह कम होगा। मार्च में, इस्लामाबाद और नई दिल्ली ने भारत-पाकिस्तान स्थायी सिंधु आयोग की 117वीं बैठक के बाद सिंधु जल संधि को लागू करने की अपनी इच्छा दोहराई।
आईडब्ल्यूटी 1960 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत, बैठक वैकल्पिक रूप से पाकिस्तान और भारत में सालाना होती है। नई दिल्ली के 10 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सिंधु जल के भारतीय आयुक्त पी.के. सक्सेना, जबकि इस्लामाबाद के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सिंधु जल के पाकिस्तानी आयुक्त सैयद मुहम्मद मेहर अली शाह ने किया था।
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Created On :   9 May 2022 3:01 PM IST