पोलियो से निजात पाने में नाकाम पाकिस्तान, इस वर्ष 30वां मामला सामने आया

Pakistan failed to get rid of polio, 30th case came out this year
पोलियो से निजात पाने में नाकाम पाकिस्तान, इस वर्ष 30वां मामला सामने आया
पोलियो से निजात पाने में नाकाम पाकिस्तान, इस वर्ष 30वां मामला सामने आया
हाईलाइट
  • पोलियो से निजात पाने में नाकाम पाकिस्तान
  • इस वर्ष 30वां मामला सामने आया

इस्लामाबाद, 14 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान में बच्चों को अभी तक पोलियो से निजात नहीं मिल सकी है। वर्ष 2020 के तीन महीने भी नहीं बीते हैं कि पाकिस्तान में पोलियो के 30 मामले सामने आ चुके हैं।

द न्यूज एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पोलियो के मामले रोकने के लिए गठित सिंध इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने शनिवार को जिला नुआशेरो फिरोज में एक और नए पोलियो मामले की पुष्टि की है। इसकी पुष्टि के साथ ही 2020 में अभी तक सिंध प्रांत का यह नौवां मामला है, वहीं देश का यह 30वां मामला है।

इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अब एक चार वर्षीय लड़की यूसी लालिया की पहचान की गई है, जिसे पोलियो हुआ है।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने इसी सप्ताह पोलियो के बढ़ते मामलों का पता लगाने के साथ ही इसकी रोकथाम के लिए नियुक्त अधिकारियों पर भी जिम्मेदारी निर्धारित करने के लिए एक अहम बैठक भी की थी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं (एनएचएस) पर सीनेट की स्थायी समिति ने पाकिस्तान में बढ़ते पोलियो के मामलों पर चिंता व्यक्त की थी। समिति के सदस्यों ने बुधवार को एक बैठक के दौरान पोलियो की रोकथाम के लिए नियुक्त बाबर बिन अट्टा को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें इस मामले में तलब करने का सुझाव दिया था।

इस दौरान सदस्यों ने बाबर से यह पूछे जाने की भी सलाह दी कि 2017 में पोलियो के महज आठ मामलों से लेकर 2019 तक 146 मामले आखिर कैसे हो गए। सदस्यों ने उन्हें उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराने के लिए जवाबदेह बनाने का सुझाव दिया।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की सीनेटर आयशा रजा फारूक ने सुझाव दिया कि बाबर को समिति की बैठक में बुलाया जाए और उनसे पूछा जाए कि इतने मामले क्यों बढ़े।

Created On :   14 March 2020 9:01 PM IST

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