PAK पर काम आया भारत-अमेरिका का दबाव, एंटी टेरेरिज्म एक्ट में बदलाव

Pakistan president Mamnoon Hussain signs ordinance for action against terrorism
PAK पर काम आया भारत-अमेरिका का दबाव, एंटी टेरेरिज्म एक्ट में बदलाव
PAK पर काम आया भारत-अमेरिका का दबाव, एंटी टेरेरिज्म एक्ट में बदलाव

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान पर भारत और अमेरिका के दबाव का असर होता दिख रहा है। दरअसल पाकिस्तान ने अपने एंटी टेरेरिज्म एक्ट में अहम बदलाव किया है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक ऐसे अध्यादेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका मकसद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ओर से प्रतिबंधित व्यक्तियों और लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा और तालिबान जैसे संगठनों पर लगाम लगाना है। गौरतलब है कि भारत और अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे कई देश पाकिस्तान पर दबाव डाल रहे थे कि वो आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। अमेरिका ने तो पाकिस्तान को दी जाने वाली मिलिट्री एड भी रोक दी है।

ATA की धारा में संशोधन
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने जिस अध्यादेश पर दस्तखत किए है वो अध्यादेश आतंकवाद निरोधक अधिनियम (एटीए) की एक धारा में संशोधन करता है और अधिकारियों को यूएनएससी द्वारा प्रतिबंधित व्यक्तियों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने, उनके कार्यालयों तथा बैंक खातों को सील किये जाने का अधिकार प्रदान करता है।

इन्होंने की पुष्टि
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की नेशनल काउंटर टेरेरिज्म अथॉरिटी ने कानून में बदलाव की पुष्टि की है। अब वहां की होम, फाइनेंस और फॉरेन अफेयर्स मिनिस्ट्रीज काउंटर फाइनेंसिंग ऑफ टेरेरिज्म पर मिलकर काम करेंगी। वहीं राष्ट्रपति भवन में एक अधिकारी ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कानून है लेकिन उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि डिफेंस मिनिस्ट्री अधिसूचित प्राधिकरण है। अधिकारी ने कहा, ‘संबंधित मंत्रालय इसे अधिसूचित करेगा और इस पर प्रतिक्रिया देगा।

इन संगठनों पर दिख सकता है असर
अल-कायदा, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, लश्कर-ए-झांगवी, जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन, लश्कर-ए-तैयबा और कुछ दूसरे संगठनों पर कानून में हुए बदलाव का असर दिख सकता है। पाकिस्तान के इस कदम के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि देश में आतंकी संगठनों और इनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी।

अमेरिका की खरी-खरी
इस साल की शुरुआत में ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था "अमेरिका पिछले 15 सालों से पाकिस्तान को 33 बिलियन डॉलर (करीब 2 लाख करोड़ रुपए) की मदद करता आ रहा है, लेकिन बदले में उन्होंने हमें केवल झूठ और धोखा ही दिया। पाकिस्तान ने हमारे लीडर्स को मूर्ख समझा। उसने उन आतंकियों को अपने यहां पनाह दी, जिन्हें हम अफगानिस्तान में तलाश रहे थे। ये अब और नहीं।"

Created On :   12 Feb 2018 6:28 PM IST

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