भारत-पाक के बीच पिघलेगी बर्फ, सीमा पार से आएगा SAARC सम्मेलन के लिए न्योता

- पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पीएम मोदी को SAARC सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
- आठ सार्क देशों की आखिरी समिट 2014 में काठमांडू में हुई थी।
- पिछली बार 2016 में भारत ने उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद सम्मेलन में शामिल होने से मना कर दिया था।
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन (SAARC) शिखर सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद में आमंत्रित किया जाएगा। पिछली बार 2016 में भारत ने जम्मू कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद सम्मेलन में शामिल होने से मना कर दिया था। भारत के पीछे हटने के बाद बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने भी समिट में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। जिसके कारण समिट को ही कैंसिल करना पड़ा था।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल ने कहा, इस्लामाबाद में होने वाले 20वें सार्क समिट का न्योता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा जाएगा। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की टिप्पणी को याद करते हुए फैसल ने कहा कि अगर भारत एक कदम आगे बढ़ाएगा, तो पाकिस्तान उससे दो कदम आगे जाएगा। फैसल ने भारत के साथ सभी विवादित मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत पर भी जोर दिया। फैसल ने कहा, हमने भारत के साथ युद्ध लड़ा है। इन संबंधों को जल्दी से ठीक नहीं किया जा सकता।
बता दें कि सार्क देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका है। सम्मेलन की मेजबानी करने वाला सदस्य राष्ट्र समूह की अध्यक्षता करता है। पिछले दो साल से पाकिस्तान सार्क सम्मेलन का आयोजन नहीं कर पा रहा है। इसकी वजह से उस पर इस बात का काफी दबाव है कि सम्मेलन को सफल तरीक से आयोजित किया जाए। आठ सार्क देशों की आखिरी समिट 2014 में काठमांडू में हुई थी।
Created On :   27 Nov 2018 10:34 PM IST